धनबाद: पहली सेमेस्टर परीक्षा को लेकर परेशान आइटीआइ स्टूडेंट्स के लिए खुशखबरी है. तैयारी पूरी हो जाने के कारण सेमेस्टर के लिए सत्र बढ़ाने की बजाय डीजीइटी(रोजगार एवं प्रशिक्षण महानिदेशालय)ने परीक्षार्थियों को कई राहत देने की घोषणा की है.
आवश्यक दिशा-निर्देश परीक्षा से पहले तमाम परीक्षा केंद्रों को मिल जायेगा. इस घोषणा का लाभ राज्य के 38 हजार तथा धनबाद जिला के 6800 परीक्षार्थियों को होगा. आइटीआइ में अचानक सेमेस्टर परीक्षा लागू करने के एनसीवीटी(राष्ट्रीय व्यावसायिक प्रशिक्षण परिषद)की घोषणा से परेशान निजी आइटीआइ एसोसिएशन पिछले दिनों विभाग के केंद्रीय मंत्री ऑस्कर फर्नाडीस से मिल कर अपना विरोध जताते हुए सेमेस्टर परीक्षा 2013-15 की बजाय 2014-16 से लागू करने की मांग की थी. केंद्रीय मंत्री ने इसके लिए विशेष बैठक बुलायी. बैठक में लिये गये निर्णय के आलोक में ही उक्त राहत की घोषणा की गयी है. डीजीइटी के अनुसार, पहली सेमेस्टर परीक्षा मॉक टेस्ट जैसी होगी. लिखित परीक्षा 25 एवं 26 फरवरी को तथा प्रायोगिक परीक्षा 10 मार्च को होनी है. यह जानकारी डीजीटीइ ने अपने वेबसाइट पर भी जारी करने सहित एसोसिएशन को एसएमएस के जरिये दे दी है.
नहीं पहुंची है ओएमआर शीट : निजी आइटीआइ एसोसिएशन प्रतिनिधियों के अनुसार अब तक कर्नाटक तथा कुछ अन्य राज्यों ओएमआर शीट नहीं पहुंच सका है, जबकि 25,26 फरवरी को परीक्षा घोषित है. ओएमआर शीट नासिक से पहुंचनी है. इस शीट के पहुंचे बिना परीक्षा होना संभव ही नहीं है.
परीक्षा रुकी तो प्रति स्टूडेंट्स तीन सौ का नुकसान : अगर परीक्षा रुकी तो इस सेमेस्टर परीक्षा को लेकर प्रति स्टूडेंट्स ने जो तीन सौ रुपये का चालान बनवाया है, उसका नुकसान होगा.
क्या-क्या राहत
परीक्षा में 80 प्रतिशत प्रश्नों को ही शत-प्रतिशत मान कर उत्तर पुस्तिका की जांच होगी
पास मार्क्स में 10 प्रतिशत और ग्रेस मिलेगा
ओएमआर शीट समझने के लिए 15 मिनट अतिरिक्त समय
ओएमआर शीट समझने के लिए सभी केंद्र पर इंस्ट्रक्टर होंगे
नुकसान कौन उठायेगा
परीक्षा में राहत की घोषणा तो संतोषजनक है, लेकिन अगर समय पर परीक्षा नहीं हुई तो प्रति स्टूडेंट्स तीन सौ रुपये के चालान का नुकसान कौन उठायेगा, यह स्पष्ट होना चाहिए, क्योंकि अब परीक्षा रुकने का जिम्मेवार एसोसिएशन नहीं डीजीटीइ होगा.
कुमार देव रंजन, निजी आइटीआइ एसोसिएशन, झारखंड