हजारीबाग के एसएसपी की स्पेशल टीम बता जोड़ाफाटक बीपी सिन्हा कॉलेज कॉलोनी के व्यवसायी उदय कुमार साव (24) का अपहरण करने और पांच लाख रुपये की फिरौती मांगने के आरोप में धनसार पुलिस ने आरक्षी सच्चिदानंद राय को शनिवार को जेल भेज दिया. अपहरण में प्रयुक्त सफेद रंग की स्कार्पियों (जेएच 10एएक्स-410) जब्त कर ली गयी है. आरक्षी की गिरफ्तारी जोड़ाफाटक रोड स्थित सुरेंद्र गली से हुई.
धनसार: व्यवसायी उदय कुमार साव का कहना है कि 28 दिसंबर को वह बीपी सिन्हा कॉलेज स्थित अपने किराना स्टोर में बैठा हुआ था. सुबह आठ बजे सफेद रंग की स्कॉर्पियो आकर रुकी. उसमें से एक आदमी उतरा और पूछा कि उदय कौन है? उसने कहा कि हमलोग हजारीबाग एसएसपी की स्पेशल फोर्स टीम है. गाड़ी में बड़ा बाबू बैठे हैं जाकर मिल लीजिए. गाड़ी में जाकर देखा कि एक व्यक्ति गाड़ी के पीछे बैठा हुआ है. उसने कहा कि गाड़ी में बैठो. नकली सीरप व लोशन के मामले में पूछताछ करनी है. उसके बाद वह गाड़ी में बैठ गया. चालक स्कार्पियों को पहले धनबाद थाना ले गया. थाना के बाहर गाड़ी खड़ा कर दी. इसके बाद चालक ने गाड़ी से उतरकर किसी को फोन किया.
इसके बाद गाड़ी को लेकर गोविंदपुर स्थित खालसा होटल ले गया. वहां सभी ने चाय पी. वहां एक और व्यक्ति गाड़ी में बैठ गया. जब वहां से गाड़ी खुली तो बरवाअड्डा के पास कट्टा निकालकर उसे भिड़ा दिया और पांच लाख की फिरौती की मांग करने लगे. उदय ने देने में असमर्थता जतायी. अपहरणकर्ताओं ने उदय के मोबाइल से उसके घर में फोन लगाया. व्यवसायी की मां ने फोन उठाया. उसने कहा कि बेटा का अपहरण हो गया है, पांच लाख दो तब छोड़ेंगे. उसकी मां ने कहा कि घर में 900 रुपया है और एटीएम में 600, ले लो. तभी अपहरणकर्ताओं ने मोबाइल काट दिया. उसमें से एक व्यक्ति ने कहीं फोन लगाकर कहा कि कैसा आदमी भेजा है. इसके पास तो पैसा ही नहीं है. वे लोग उदय को बरवाअड्डा, राजगंज,कतरास के रास्ते महुदा की ओर ले जा रहे थे. कतरास-महुदा रास्ते में एक व्यक्ति का फोन आया कि उदय की मां थाना जा रही है. इससे लोग घबरा गये और उदय को कहा कि मां को थाना जाने से रोको, तब तुम्हें छोड़ देंगे. तब उदय ने मां को रोक दिया. इसके बाद महुदा से तीन किलोमीटर पीछे सुनसान सड़क के किनारे उतार दिया और कहा कि तुम यहीं रुको हम आ रहे हैं.
उन लोगों ने उसकी जेब से 25000 रुपया व अंगूठी ले ली. इसके बाद उदय बस से वापस घर लौट गया. घटना की सूचना उदय ने धनसार थाना को नहीं दी. शुक्रवार को क्षेत्र के छोटू ओझा ने उदय के पिता श्यामदेव साव को जबरन उठा लिया. उदय को पिता ने बताया कि छोटू ओझा 28 दिसंबर की घटना में केस नहीं करने की धमकी दे रहा था. तब उदय को माजरा समझ में आ गया कि छोटू व आरक्षी सच्चिदानंद राय सहित अन्य दो लोगों ने षडयंत्र के तहत उसका अपहरण कराया था. उसके इसकी सूचना धनसार इंस्पेक्टर अशोक डालमिया को दी. उदय ने पुलिस को बताया कि गाड़ी में बैठा व्यक्ति स्वयं को सिपाही व सच्चिदानंद बता रहा था. मामला संज्ञान में आते ही धनसार पुलिस ने धनबाद थाना व खालसा होटल के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे को खंगाला. वीडियो फुटेज में स्कार्पियों व लोगों की तस्वीर दिखी. तब पुलिस को विश्वास हुआ कि घटना सही है. छोटू ओझा फरार है. दो अन्य लोगाें की पहचान करने में पुलिस जुटी हुई है.
अारक्षी सच्चिदानंद राय व छोटू ओझा की दोस्ती 2009 में धनबाद जेल में हुई थी. जब दोनों अलग-अलग मामले में धनबाद जेल में थे. छोटू ओझा व आरक्षी सच्चिदानंद राय कई कांडों का आरोपी रहा है. बैंक मोड़ के आभूषण व्यवसायी राजेश हत्याकांड का आरोपी सहित आर्म्स एक्ट का आरोपी रहा है. जिले के कई थाना में कांड संख्या 220/6, 219/14, 1093/14 कांड का अभियुक्त रहा है. वहीं सचिदानंद धनबाद थाना में 828/08, सरायढेला थाना में 3316/09 व बैंक मोड़ थाना 61/09 कांड संख्या का आरोपी रहा है. सच्चिदानंद 2002 से 2013 में धनबाद जिले में था. इसके बाद उसका तबादला खूंटी हो गया. हाल ही में खूंटी से धनबाद पोस्टिंग हुई लेकिन उसने कहीं योगदान नहीं दिया था. धनसार इंस्पेक्टर अशोक डालमिया ने बताया कि योगदान नहीं देने के कारण ही उसे निलंबित किया गया था.