धनबाद: शहर में संचालित अवैध वधशाला (मांस विक्रताओं) के खिलाफ नगर निगम ने मंगलवार को अभियान चलाया. पुलिस लाइन व बरटांड़ क्षेत्र की वधशालाओं के लाइसेंस की जांच की. पुलिस लाइन स्थित मो रफीक व मो मोइन तथा बरटांड़ स्थित अहमद रजा की वधशाला की जांच की गयी.
तीनों जगहों नियम का पालन नहीं हो रहा था. इसके अलावा तीनों के पास लाइसेंस नहीं थे. टैक्स दारोगा विंध्याचल यादव की जांच रिपोर्ट के आधार पर नगर आयुक्त बालमुकुंद झा ने प्रिवेंशन ऑफ क्रुएलिटी टू एनिमल एक्ट 2011 के तहत तीनों संचालकों के खिलाफ धनबाद थाना में एफआइआर दर्ज करायी है.
घनी आबादी से हटायी जायेंगी वधशाला : डिप्टी नगर आयुक्त सिद्धार्थ शंकर चौधरी ने बताया कि बिना लाइसेंस के चल रही वधशाला के संचालकों पर एफआइआर होगी. घनी आबादी व रिहायशी इलाके में स्थित वधशालाओं को स्थानांतरित भी किया जायेगा. मुख्य सचिव आरएस शर्मा के निर्देश पर जांच शुरू की गयी है. बिना लाइसेंस के वधशाला चलाने वाले संचालकों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने का निर्देश मुख्य सचिव ने दिया है.
जनता को लूट रहे हैं : पार्षद निर्मल मुखर्जी ने कहा कि वधशाला संचालक जनता को लूट रहे हैं. 380 रुपये किलो मांस बेचते हैं और नियम संगत व्यवस्था नहीं रखते हैं. जब लोग पैसा खर्च करेंगे तो उन्हें साफ-सुधरा मांस देना उनकी जिम्मेवारी बनती है.