कैशलेस झारखंड अभियान परिचर्चा में बोले सीएम
धनबाद : देश को आजाद हुए 70 वर्ष हो गये. लेकिन विकास का पहिया नहीं चला. 30 प्रतिशत इकॉनोमी पैरलल चल रही थी. यह इकॉनोमी ही काला धन है. अब कैशलेस से इन पर ब्रेक लग जायेगा. कुछ व्यापारी सेल्स टैक्स की चोरी करते हैं, इस पर लगाम लग जायेगी. जम्मू-कश्मीर में 500-1000 के नोट देकर पत्थर फेंकवाये जाते थे, यह बंद हो जायेगा. उक्त बातें कोयला नगर के गेस्ट हाउस सभागार में मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कैशलेस झारखंड अभियान परिचर्चा में कही.
उन्होंने कहा कि आतंकवाद, उग्रवाद, टैक्स चोरी के कारण देश खोखला हो रहा था. ऐसे समय में प्रधानमंत्री नरेंद्र भाई मोदी ने नोट बंदी करके इसका करारा जवाब दिया है. देश के लिए इतना बड़ा कदम उठाने के लिए मोदी जी को नमन करता हूं. कालाधन व भ्रष्टाचार को खत्म कर सुशासन लाना है और डिजिटल झारखंड बनाना है. मौके पर अपर मुख्य सचिव (वित्त)अमित खरेमेयर चंद्रशेखर अग्रवाल, विधायक राज सिन्हा आदि थे.
वित्तीय अनुशासन जरूरी : नोट बंदी के बाद लोग लाइन में खड़े रहे, परेशानियां झेली, लेकिन मोदी जी के साथ रहे. उनके धैर्य को नमन करता हूं. कैशलेस के कई फायदें हैं. भ्रष्टाचार, कालाधन सभी खत्म हो जायेगा. इसके लिए आपके पास मोबाइल होना चाहिए. ऑन लाइन ट्रांजेक्शन एसएमएम की तरह ही होता है, एक दो दिन परेशानी हो सकती है, फिर सब आसान हो जायेगा. हर आदमी शपथ ले कि ऑन लाइन ट्रांजेक्शन करेंगे, इसे अपने पांच मित्रों को भी सिखायें. यह सिलसिला आगे बढ़ेगा.
इस तरह से हम जल्द सीख जायेंगे. हालांकि कुछ कैश भी बाजार में चलेगा. लेकिन इसे कम से कम करना है. यहां 92 प्रतिशत असंगठित क्षेत्र के मजदूर हैं, संगठित क्षेत्र में मात्र आठ प्रतिशत ही हैं. जिन गरीबों का अकाउंट अभी तक नहीं खुला है, उनका अकाउंट जल्द खोलने का निर्देश बैंकों को दिया गया है. इस दौरान बैंकों के प्रतिनिधियों ने पीडीएस दुकानदार व ग्राहकों के बीच ऑन लाइन ट्रांनजेक्शन का डेमो प्रस्तुत किया.
कैशलेस के लिए आगे आयें : मुख्य सचिव
मुख्य सचिव राजबाला वर्मा ने कहा कि कैशलेस के लिए सभी को आगे आना चाहिए. लोगों को जागरूक करें. जिला व प्रखंड स्तर पर प्रशिक्षण दिये जायेंगे. इसमें एक लाख आंगनबाड़ी कर्मियों, 50 हजार चिकित्सक व मेडिकल स्टॉफ भी लगाये जा रहे हैं. उच्च व मध्य शिक्षा के पांच लाख इससे लोग जुड़ेंगे. आने वाले समय से सबकुछ कैशलेस होने जा रहा है.
कोलाकुसमा की महिलाओं ने किया हंगामा
कोलाकुसमा की दर्जन भर महिलाओं ने जमीन पर माफियाओं के कब्जे के विरोध में कोयला नगर कम्युनिटी हॉल के मुख्य गेट पर हंगामा किया. महिलाओं ने बताया कि उनकी कोलाकुसमा की जमीन पर माफियाओं ने कब्जा कर लिया है. कई बार सीअो से लेकर बड़े अधिकारियों को शिकायत की, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है. माफिया बार-बार जान मार देने की धमकी देता है. हंगामा देख महिला पुलिस पहुंच गयी. आंदोलनकारी महिलाएं पुलिस से महिलाएं उलझ गयीं. दोनों तरफ से धक्का-मुक्की भी हुई. धनबाद सीओ प्रकाश कुमार व सीआइ विनय कुमार दुबे महिलाओं से बातचीत के लिए पहुंचे. किसी तरह समझाने के बाद महिलाएं शांत हुईं. सीओ ने मंगलवार को जमीन का मुआयना करने का आश्वासन दिया.
नौ बजे सुबह पहुंची रामगढ़ की गाड़ी
रामगढ़ से सुबह नौ बजे एक गाड़ी पहुंच गयी थी. इसके बाद चतरा व गिरिडीह की गाड़ी पहुंची. कुछ लोग धनबाद स्टेशन से निजी ऑटो से कोयला नगर पहुंचे. नौ बजे के बाद ही अधिकारियों के आने का सिलसिला शुरू हो गया. आसपास खाने की कोई व्यवस्था नहीं थी, इस कारण लोगों को स्टील गेट जाना पड़ा.
बजट पूर्व संगोष्ठी की झलकियां
रामगढ़ के विजय ओझा ने बताया कचरा प्रबंधन के गुर
रामगढ़ से आये विजय ओझा ने बजट पूर्व संगोष्ठी में बताया कि उन्होंने कचरे के निष्पादन के तरीके इजाद किये हैं. हर घर में ऐसी व्यवस्था की जाये कि व्यर्थ लोहे के लिए अलग बॉक्स, शीशे के लिए अलग बॉक्स, प्लास्टिक के लिए अलग बॉक्स, घर से निकलने वाले घूलकण के लिए अलग बॉक्स हो. इससे लोह, शीशा, प्लास्टिक को अलग-अलग किया जा सकता है. धूलकण से वर्मी कंपोस्ट बनाये जा सकते हैं. इसे अपनी पंचायत में अपना रहा हूं.
…आखिर नहीं माने राम रतन
झुमरी तिलैया से आये राम रतन महर्षि संगोष्ठी में कुछ कहना चाह रहे थे. सीएम ने कहा कि पत्र में लिखकर लाओ. राम जैसे ही खड़े होते, सीएम उसे बैठा देते. अंतत: राम रतन नहीं माने, उन्हें माइक दिया गया. उन्होंने कहा कि मेडिकल काॅलेज से एमबीबीएस पास छात्रों को एक वर्ष तक राज्य के सरकारी केंद्रों में सेवा देना अनिवार्य कर दीजीए. इससे स्वास्थ्य सेवा पटरी पर आ जायेगी. इसके बाद लोगों ने तालियां बजा कर समर्थन किया.
इ-पंचायत के कंप्यूटर ऑपरेटरों ने किया प्रदर्शन
इ-पंचायत के तहत बहाल कंप्यूटर ऑपरेटरों ने कार्यक्रम स्थल के बाहर बैनर के साथ प्रदर्शन किया. आदित्य कुमार, विवेक, मुकेश, राम लखन ने बताया कि 21.10.2014 को परीक्षा लेकर हमें बहाल किया गया था. 13वां वित्त आयोग की राशि खत्म होने के बाद निर्देशों का हवाला देकर हमें कार्यमुक्त किया जा रहा है. बाघमारा में तो कइयों को कार्यमुक्त कर दिया गया है.