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डी-नोबिली में चलेंगे पुराने नोट
धनबाद: 500 व एक हजार रुपये के पुराने नोट को बदलने के लिए परेशान हैं और आपके बच्चे डी-नोबिली स्कूल में पढ़ते हैं तो चिंता करने की बात नहीं है. डी-नोबिली स्कूल में 500 व एक हजार रुपये के पुराने नोट भी फीस के तौर पर जमा किये जा सकते हैं. यह जानकारी स्कूल प्रबंधन […]
धनबाद: 500 व एक हजार रुपये के पुराने नोट को बदलने के लिए परेशान हैं और आपके बच्चे डी-नोबिली स्कूल में पढ़ते हैं तो चिंता करने की बात नहीं है. डी-नोबिली स्कूल में 500 व एक हजार रुपये के पुराने नोट भी फीस के तौर पर जमा किये जा सकते हैं. यह जानकारी स्कूल प्रबंधन की ओर से अभिभावकों को एसएमएस भेज कर दी गयी है. डी-नोबिली स्कूल, सीएमआरआइ के केए जोसेफ ने बताया कि 500 व एक हजार रुपये के पुराने नोट से स्कूल की फीस जमा की जा सकती है. कुछ दिनों के बाद जब नये नोट आ जायेंगे तो यह समस्या ही खत्म हो जायेगी. वहीं डी-नोबिली, डिगवाडीह की ओर से अभिभावकों को भेजे गये एसएमएस में बताया गया है कि इस महीने 500 व एक हजार रुपये के पुराने नोट फीस के तौर पर स्वीकार किये जायेंगे.
कार्मेल स्कूल, धनबाद : प्रिंसिपल डॉ मारग्रेट मेरी ने बताया कि स्कूल में पुराने नोटों का जो बैलेंस था, उसे बदला जा रहा है. फीस स्कूल लेता ही नहीं, बल्कि बैंक के काउंटर में जमा होता है, इसलिए पुराने नोटों को लेकर कोई परेशानी नहीं.
डीएवी कोयलानगर : प्रिंसिपल डॉ केसी श्रीवास्तव ने बताया कि दो-चार पैरेंट्स ही गुरुवार को फीस जमा करने आये थे और उन्होंने जो भी नोट व पैसे दिये, स्वीकार किये गये. मामले में पहले बैंक से बात करेंगे. बैंक स्वीकार करेंगे तो हम भी पुराने नोट लेंगे.
धनबाद पब्लिक स्कूल, केजी आश्रम : सचिव अनिल अग्रवाल ने बताया कि स्कूल में बैंक का फी कलेक्शन काउंटर है, लेकिन सरकार ने एक्सचेंज के जिन्हें अधिकार दिये हैं, वहीं संभव है. इसलिए पुराने नोट से फी लेना संभव नहीं है.
राजकमल सरस्वती विद्या मंदिर : प्राचार्य राजेश कुमार सिंह ने बताया कि सरकार ने केवल पांच जगहों पर ही पुराने नोट स्वीकार करने का आदेश दिया है. ऐसे में स्कूल फीस के तौर पर पुराने नोट कैसे ले सकते हैं, यह गैर कानूनी है.
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