धनबाद : कोयलांचल में अक्षय नवमी पर भगवान विष्णु की पूजा की गयी. कार्तिक मास शुक्ल पक्ष नवमी तिथि को अक्षय नवमी मनायी जाती है. कुछ जगहों पर मंगलवार तो कुछ जगहों पर बुधवार को अक्षय नवमी की पूजा की जायेगी. पंडित गुणानंद झा ने बताया कि नवमी तिथि मंगलवार सुबह नौ बजे से प्रारंभ हो गयी है, जो बुधवार सुबह साढ़े सात बजे तक रहेगी.
शास्त्रों के अनुसार जिस तिथि का उदय होता है उसी का अंत माना जाता है. खड़ेश्वरी मंदिर में भक्तों ने मंगलवार को अक्षय नवमी की पूजा की. इस दिन गंगा स्नान व गुप्त दान का विशेष महत्व है. भक्तों आंवला पेड़ की पूजा कर परिवार की खुशहाली का वरदान मांगा. सुहागिनों ने पूजा-अर्चना कर परिवार की सुख शांति एवं अखंड सुहाग का आशीर्वाद मांगा. आंवला के पेड़ में भगवान विष्णु का वास होता है, इसलिए पूजा की जाती है. अक्षय नवमी के दिन कुष्मांड(भूआ) में गुप्त दान किया जाता है. दान से अक्षय फल की प्राप्ति होती है.
श्री झा ने बताया कि जो भक्त नियम और विधि-विधान से अक्षय नवमी तिथि का पालन करते हैं, पूजा-अर्चना करते हैं, उन्हें स्वर्ग की प्राप्ति होती है. अक्षय नवमी पर आंवला पेड़ के नीचे भोजन बनाकर सामूहिक रूप से ग्रहण किया जाता है.
इन जगहों पर पूजा आज : स्वामी विवेकानंद सोसाइटी बैंक मोड़, मानस मंदिर, हरि मंदिर, जगधात्री क्लब माडा कॉलोनी, दुर्गा मंदिर में बुधवार को अक्षय नवमी की पूजा की जायेगी. स्वामी विवेकानंद सोसाइटी में सुबह साढ़े छह बजे से पूजा प्रारंभ हो जायेगी. पूजा-अर्चना, महाआरती के बाद भोग वितरित किया जायेगा.