धनबाद: सीएमपीएफ से बिचौलियों को खत्म कर सही व्यक्ति को उनका हक दिलाना ही मुख्य उद्देश्य है. इसके लिए बीसीसीएल सहित कोल इंडिया की सभी सहायक कंपनियों के तीन लाख 27 हजार कर्मचारियों काे आधार नंबर से जोड़ा जा रहा है.
आधार नंबर ही उनका पीएफ नंबर होगा. उक्त बातें कोयला खान भविष्य निधि संगठन (सीएमपीएफ) के आयुक्त बालकृष्ण पंडा ने शुक्रवार को प्रेसवार्ता में कही. उन्होंने कहा कि सीएमपीएफ के चार लाख 65 हजार सदस्यों में अब तक 60 प्रतिशत सदस्यों का आधार संग्रह कर लिया गया है. जिन कर्मियों का आधार अब तक संग्रह नहीं हो सका है, उनके लिए 20 अक्तूबर तक कोलियरी स्तर पर कैंप लगाया जा रहा है. सीएमपीएफ मुख्यालय में एक अक्तूबर से यूआइडी कैंप लगाया जायेगा.
श्री पंडा ने कहा कि सीएमपीएफ में अगस्त से सभी भुगतान अॉनलाइन किये जा रहे हैं. रिटायर्ड कोलकर्मियों को अब लाइव सर्टिफिकेट भी नहीं देना होगा. रिटायर्ड कर्मी सेल्फ एटेस्टेड लाइव सर्टिफिकेट भी जमा कर सकते हैं. इसके लिए सीएमपीएफ से जुड़े 18 बैंकों व रीजनल कार्यालयों को सूचना दे दी गयी है. कहा दिसंबर माह से कोलकर्मी अपना आधार नंबर डायल कर टोल फ्री के जरिये अपने खाते की सभी जानकारी ले पायेंगे. कर्मियों के साथ उनके नोमिनी का भी आधार नंबर संग्रह किया जा रहा है.