सिंडिकेट की ओर से अब तीन केस दर्ज करवाया जा चुका है. झरिया हेटलीबांध निवासी प्रतीक सिंह ने आरोप लगाया है कि शुक्रवार की शाम आठ बजे देवेंद्र सिंह ने उन्हें रोका अौर कहा कि पहले भी कहे थे कि मिलकर व्यवसाय करो. बेकारबांध में गाड़ी पकड़वा दी. दुकान में चोरी करवा दी. व्यवसाय करना है तो 50 हजार नहीं अब एक लाख रुपये प्रतिमाह रंगदारी देनी होगी. रंगदारी नहीं मिलने पर कारोबार नहीं चलने देंगे. धमकी देकर जेब से 10 हजार रुपये व गले से सोने की चेन छीन ली.
प्रतीक सिंह ने भी 13 जुलाई को धनबाद थाना में देवेंद्र सिंह के खिलाफ 50 हजार रुपये रंगदारी मांगने, जबरन गाड़ी पकड़ थाना में देने व परेशान करने का आरोप लगाते हुए कानूनी कार्रवाई के लिए आवेदन दिया था. उल्लेखनीय है कि 29 जुलाई को शराब कारोबारी सत्येंद्र सिंह ने देवेंद्र के खिलाफ पांच लाख रुपये रंगदारी मांगने व जान मारने की धमकी देने, पोस्टर सटवाने की एफआइआर दर्ज करायी थी. इधर देवेंद्र का कहना है कि उन्हें पुलिस व कानून पर भरोसा है. पुलिस जांच में पता चल जायेगा कि उन्होंने कब किससे रंगदारी मांगी व छिनतई की है. शराब सिंडिकेट अपनी गलती छुपाने के लिए झूठा केस दर्ज करवा रहा है. वे लोग अौर केस भी दर्ज करवा सकते हैं.