Advertisement
बनना था मल्टी स्पेशियालिटी बन गया रेफरल अस्पताल
धनबाद : धनबाद रेल मंडल अस्पताल को मल्टी अस्पताल बनाने का सपना अधूरा ही रह गया है. रेलवे बोर्ड के अनुसार अस्पताल को अपग्रेड कर आधुनिक बनाना था. लेकिन इस पर कोई काम नहीं हुआ. इस कारण गंभीर मरीजों को बाहर रेफर कर दिया जाता है. पिछले तीन माह की बात करें तो 30 लोगों […]
धनबाद : धनबाद रेल मंडल अस्पताल को मल्टी अस्पताल बनाने का सपना अधूरा ही रह गया है. रेलवे बोर्ड के अनुसार अस्पताल को अपग्रेड कर आधुनिक बनाना था. लेकिन इस पर कोई काम नहीं हुआ. इस कारण गंभीर मरीजों को बाहर रेफर कर दिया जाता है. पिछले तीन माह की बात करें तो 30 लोगों को इलाज के लिए बाहर भेजा गया है. इधर, धनबाद रेल मंडल में लगभग 23 हजार कर्मचारी है. इनके लिए मात्र 32 डॉक्टर ही सेवारत हैं. विशेषज्ञ चिकित्सकों की भारी कमी है.
स्टेशन पर चिकित्सकीय सेवा में भी विफल : घायल यात्रियों के लिए स्टेशन के कई प्लेटफाॅर्म को चिह्नित कर यहां तत्काल चिकित्सकीय सेवा उपलब्ध कराने की घोषणा की गयी थी. लेकिन इसे भी अभी तक पूरा नहीं किया गया है. कई यात्री सीढ़ियां चढ़ने या उतरने में गिरकर घायल हो जाते हैं. लेकिन इन्हें चिकित्सकीय सेवा नहीं मिल पा रही है. यात्रियों को पीएमसीएच या बाहर जाकर ही इलाज कराना पड़ता है.
सीटी स्कैन व एमआरआइ भी नहीं : रेलवे के अधिकांश मरीज दुर्घटना (ट्रामा) के होते हैं. लेकिन यहां न न्यूरो सर्जन हैं, और न ही इससे जुड़े उपकरण. सीटी स्कैन व एमआरआइ की सुविधा भी नहीं होती है. इसके लिए मरीजों को बाहर जाकर जांच करानी पड़ती है. इधर, विटामिन डी, थाॅयराइड सहित कई महत्वपूर्ण जांच भी अस्पताल में नहीं है.
हेल्थ यूनिट में भी सुविधा नहीं : रेल मंडल अस्पताल की हेल्थ यूनिटों में भी चिकित्सकीय सुविधा नाम मात्र की है. यहां प्राथमिक इलाज ही हो पाता है. इसके बाद मंडल रेल अस्पताल धनबाद रेफर कर दिया जाता है. हेल्थ यूनिट भूली, लोको धनबाद, गोमो, बरकाकाना, पतरातू, सिंगरौली, चोपन, कतरासगढ़, हजारीबाग, कोडरमा, गझंड़ी, बरवाडीह, गढ़वा रोड, तोरी, पाथरडीह आदि जगहों पर हैं. यहां एंबुलेंस की सुविधा भी मरीजों को नहीं मिलती है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement