धनबाद: झारखंड के पूर्व उप मुख्यमंत्री और आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो ने कहा कि 2014 का लोक सभा चुनाव झारखंड का भविष्य तय करेगा. वह सरायढेला स्थित एक होटल में बुधवार की रात प्रभात खबर से बातचीत कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि झारखंड में जनता के लिए सरकार नहीं बनी. यहां सरकार बनाने के लिए मुद्दे तय थे . 10 और चार के फामरूले से सरकार बनी. इसके बाद विकास की क्या आशा रखी जा सकती है. उन्होंने कहा कि 2014 से 15, 16, 17, 18 की राजनीति तय होगी. सब कुछ निर्भर लोक सभा चुनाव पर है.
कहा कि झारखंड में विपक्ष की क्या भूमिका है. सरकार में ही सत्ता और विपक्ष है. विधान सभा की नींव रखी गयी तो वहां के सांसद सुबोध कांत सहाय ही धरना पर बैठ गये. इसी तरह कई ऐसे वाक्यात हुए जिससे यही लगता है कि सरकार में ही विपक्ष भी है. उन्होंने कहा कि विधान सभा चुनाव को लेकर उन्हें तालमेल को लेकर कोई हड़बड़ी नहीं है, हमलोग अपनी तैयारी कर रहे हैं और किसी के साथ तालमेल करने की नहीं सोचा है. समय आने पर इस पर निर्णय लिया जायेगा. यह पूछे जाने पर कि कुछ पार्टियां तीसरा मोरचा की बात कर रही है, कहा कि अलग-अलग पार्टियों का अपना विचार है. मेरे एजेंडे में ऐसी कोई बात नहीं है.
जमसं (बच्चा गुट) से दो निष्कासित
जनता मजदूर संघ के महामंत्री बच्च सिंह ने असंगठित जमसं के क्षेत्रीय सचिव उमेश राम एवं गोपाल रवानी को संघ विरोधी गतिविधियों के कारण संघ से छह वर्षो के लिए निष्कासित कर दिया है.