धनबाद: पार्लियामेंट में मानसून सत्र में आइएसएम का आइआइटी का प्रस्ताव पास हो जायेगा. यह अाश्वासन राज्य मंत्री मानव संसाधन विकास भारत सरकार राम शंकर कठेरिया ने दिया है. उन्होंने बताया कि सरकार का पूरा प्रयास है कि आइएसएम देश का सर्वश्रेष्ठ आइआइटी बन सके. मंत्री मंगलवार को आइएसएम का निरीक्षण के दौरान संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे. यह पूछे जाने पर कि यह पूरी तरह से आइआइटी कब बन जायेगा. मंत्री का जवाब था कि इसकी एक लंबी प्रक्रिया है, जिसमें समय लगता है, लेकिन पार्लियामेंट में पास होने के बाद यह संस्थान आइआइटी के रूप में काम करना शुरू कर देगा.
एक प्रश्न के जवाब में मंत्री ने बताया कि आइआइटी बनने के लिहाजन आइएसएम के पास तमाम संसाधन व सुविधाएं मसलन, आधारभूत संरचना, फैकल्टी, स्टूडेंट्स स्ट्रेंथ, हॉस्टल, लैब, लाइब्रेरी, स्टूडेंट्स एक्टिविटी सेंटर आदि मौजूद हैं. मात्र भूमि की कुछ कमी है, जिसे देने का आश्वासन न केवल राज्य सरकार से मिला है, बल्कि कुछ भूमि मिली भी है. रैयती भूमि के लिए राशि की जरूरत होती है, कुछ राशि सरकार ने दी भी है, आगे जितनी जरूरत पड़ेगी सरकार देगी. उन्होंने बताया कि आइआइटी के लिहाजन संस्थान के स्वरूप व मैन पावर में जो बदलाव करना है, उसके लिए संस्थान से भेजे गये प्रस्ताव को मान लिया गया है. वर्तमान आइआइटी के लिहाजन विकास कार्य के लिए संस्थान को 174 करोड़ रुपया उपलब्ध कराया गया है. आगे विकास के लिए जो भी राशि की जरूरत होगी सरकार उपलब्ध करायेगी. यह पूछे जाने पर कि आइआइटी बनने के बाद संस्थान के प्रस्ताव के अनुरूप क्या नाम में आइएसएम रहेगा. मंत्री ने कहा कि विचार चल रहा है कि आइआइटी के साथ इस विश्व प्रसिद्ध तकनीकी संस्थान का नाम भी जुटा रहे.
इन विभागों का किया निरीक्षण : सुबह 10.00 बजे संस्थान में प्रवेश के बाद मंत्री ने सबसे पहले माइनिंग के इस विश्व प्रसिद्ध तकनीकी संस्थान के माइनिंग विभाग का निरीक्षण किया. मौके पर विभाग के व्याख्याता डॉ धीरज कुमार सहित संस्थान के निदेशक प्रो डीसी पाणिग्रही, कुल सचिव कर्नल (रिटायर्ड) एमके सिंह, सहित विभाग के अन्य फैकल्टी मौजूद थे. इसके बाद सेस्मोलॉजिकल ऑब्जर्वेटरी, सीआरएफ, पेट्रोलियम विभाग, सेंट्रल लाइब्रेरी, नवनिर्मित गर्ल्स एंड ब्वॉय हॉस्टल का निरीक्षण करने के बाद प्रशासनिक भवन पहुंचे. उनके साथ विभाग के अपर सचिव आर सुब्रह्मण्यम भी मौजूद थे.
विभागीय अधिकारियों के साथ की बैठक : प्रशासनिक भवन में मंत्री कठेरिया ने विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक कर आइएसएम के ब्रांच वाइज फैकल्टी, आधारभूत संरचना, छात्रों की संख्या, मौजूदा संसाधन के बारे में विस्तृत रूप से बातचीत की. मौके पर मंत्री को आइएसएम के इतिहास व उपलब्धियों के बारे में पावर प्रजेंटेशन के माध्यम से बताया गया. इस अवसर पर निदेशक प्रो. डीसी पाणिग्रही, कुल सचिव कर्नल (रिटायर्ड) एमके सिंह, डीएसडब्ल्यू चंदन भर कई विभाग के विभागाध्यक्ष व डीन मौजूद थे.