नहीं मिली अनुमति, एक इंजीनियर को भी ट्रेनिंग नहीं
Advertisement
बेकार पड़ा है रेलवे का क्षेत्रीय इंजीनियरिंग प्रशिक्षण संस्थान
नहीं मिली अनुमति, एक इंजीनियर को भी ट्रेनिंग नहीं ताम-झाम के साथ पूर्व जीएम ने किया था उद्घाटन डेढ़ साल के बाद भी रेलवे बोर्ड से मंजूरी नहीं लाखों रुपये खर्च के बाद भी नहीं हो रहा कोई उपयोग धनबाद : रेलवे स्टेशन रोड के किनारे केंद्रीय विद्यालय-1 के पुराने भवन के गेट के बाहर […]
ताम-झाम के साथ पूर्व जीएम ने किया था उद्घाटन
डेढ़ साल के बाद भी रेलवे बोर्ड से मंजूरी नहीं
लाखों रुपये खर्च के बाद भी नहीं हो रहा कोई उपयोग
धनबाद : रेलवे स्टेशन रोड के किनारे केंद्रीय विद्यालय-1 के पुराने भवन के गेट के बाहर क्षेत्रीय इंजीनियरिंग प्रशिक्षण संस्थान का चमचमाता बोर्ड लगा है. कोई भी देखेगा तो सोचेगा कि यहां कोई बड़ा संस्थान चलता होगा, लेकिन अंदर की हकीकत देखेंगे तो अवाक रह जायेंगे. ‘नाम बड़े आैर दर्शन छोटे’ वाली कहावत बरबस याद आ जायेगी.
तामझाम के साथ हुआ था उद्घाटन : धनबाद रेल मंडल मुख्यालय में इंजीनियर को ट्रेनिंग देने के लिए 28 दिसंबर 2014 को क्षेत्रीय इंजीनियरिंग प्रशिक्षण संस्थान का तामझाम के साथ पूर्व जीएम मधुरेश कुमार ने उद्घाटन किया था. मौके पर श्री कुमार ने कई वादे भी किये, लेकिन वादे का क्या कहें, आज तक इस केंद्र में एक भी इंजीनियर की ट्रेनिंग नहीं हुई. स्टेशन रोड स्थित केंद्रीय विद्यालय-1 जब बिनोद नगर के नये भवन में शिफ्ट हो गया तो पूरे स्कूल भवन को आरपीएफ को दिया गया था. बाद में रेलवे अधिकारियों की अनुमति के बाद इस भवन को आनन- फानन में प्रशिक्षण केंद्र बना दिया गया.
75 लाख से ज्यादा हुआ है खर्च
इंजीनियर्स प्रशिक्षण केंद्र में तीन क्लास रूम, एक कंप्यूटर रूम – जिसमें 15 से ज्यादा कंप्यूटर, तीन मॉडल रूम, लाइब्रेरी, स्टोर रूम, प्रैक्टिकल रूम, हॉस्टल आदि बनाया गया था. लाखों रुपया खर्च किया गया. रेलवे अधिकारियों की मानें तो अब तक लगभग 75 लाख से ज्यादा खर्च हो चुका है. अब पूरे भवन में धूल भरी हुई है. मशीनें पड़ी-पड़ी बेकार हो चुकी हैं. बिजली के काम आज तक पूरे नहीं हुए. कई मुख्य गेट के बाहर सिर्फ बोर्ड लगा है, लेकिन आज तक उसका उपयोग नहीं हो पाया.
नहीं मिली बोर्ड से अनुमति कोर्स का भी ठिकाना नहीं
अधिकारी सूत्रों की माने तो लाखों रुपया खर्च के बाद अब तक क्षेत्रीय प्रशिक्षण संस्थान को चालू करने की अनुमति रेलवे बोर्ड ने नहीं दी है. धनबाद मंडल द्वारा कुछ माह पहले प्रस्ताव भेजे गये थे, लेकिन इस पर मुहर लगने की संभावना अभी नहीं दिख रही है. वहीं जोन स्तर से इंजीनियरिंग की ट्रेनिंग करने वालों के कोर्स का भी निर्धारण नहीं हो सका है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement