धनबाद : शास्त्री नगर मुनीडीह के प्रमोद मिश्रा ने धनबाद उपायुक्त से मिलकर न्याय की गुहार लगायी है. अपनी शिकायत में उन्होंने कहा है कि उनके साथ एक बिल्डर ने धोखाधड़ी की है. उन्होंने इसकी शिकायत गोविंदपुर थाना व अंचलाधिकारी से की, लेकिन किसी ने नहीं सुनी. 10 मार्च 16 को धनबाद एसपी से मिलने के बाद उनके आदेश पर गोविंदपुर थाना में मेरी शिकायत ली गयी और राकेश पर 420 का मामला दर्ज किया गया. लेकिन कोई कार्रवाई अभी तक नही हुई है.
शिकायत के अनुसार 14 फरवरी 11 को हीरापुर निवासी बिल्डर-सह-गार्डन सिटी के मालिक राकेश कुमार रतन से उन्होंने गोविंदपुर अंचल अंर्तगत किस्टोपुर मौजा में 16.5 डिसमिल जमीन रडिस्टर्ड डीडी के माध्यम से खरीदी थी. बेचने से पहले बिल्डर ने एग्रीमेंट किया व बुकलेट दिया था. उसमें स्पष्ट लिखा था कि प्रस्तावित टाउनशिप में सभी कॉलोनी वासियों के लिए पूर्व दिशा में 20 फीट का आम रास्ता दिया जायेगा. इसके अलावा मंदिर, पार्क, स्कूल, क्लब व अन्य सुविधाएं उपलब्ध करायी जायेगी. जमीन खरीदने के बाद सुविधाएं देने के बजाय जमीन मालिक राकेश ने मेरे भू-खंड के पास से गुजरता पूरब दिशा का 20 फुट का आम रास्ता की लठैतों के माध्यम से घेराबंदी कर ली. जमीन घेर कर घर बना दिया गया है. विरोध करने पर मेरी जमीन कूड़े के भाव में जमीन मालिक को लौटा देने का दबाव बनाया जाने लगा. गाली-गलौज कर भगा दिया गया. मैं बीसीसीएल से सेवानिवृत्त हो चुका हूं. जमीन मेरी पत्नी मीरा मिश्रा के नाम से है.
रास्ता को लेकर विवाद : बिल्डर
बिल्डर राकेश कुमार रतन ने कहा कि आज के दौर में केस करना बहुत आसान हो गया है. जब मैंने उनको जमीन बेच दी तो उनसे खरीदने का क्या मतलब बनता है. जहां प्रमोद मिश्रा की जमीन है, उसके बगल में मेरी डेढ़ कट्ठा जमीन है. हमारे व उनके बीच रास्ते को लेकर विवाद है. वह हमारी जमीन से होकर जाना चाहते हैं. मैंने उनको कहा भी कि आप सीओ को शिकायत करें. सरकारी अमीन आकर नापेगा तो समझ में आयेगा कि मैं गलत हूं या प्रमोद.