धनबाद: एलआइसी ब्रांच वन के डीओ प्रमोद जैन तीस सालों से कोयलांचल में रह रहे हैं. इन दिनों मनोरम नगर एलसी रोड में अपनी फैमिली के साथ रहते हैं. हमने उनसे पूछा : वर्ष 2013 कैसा रहा? जो उम्मीदें पाल रखी थी, पूरी हुई या नहीं? नये साल से क्या अपेक्षा है आदि-आदि. उन्होंने विस्तार से बातचीत की. पेश है बातचीत के मुख्य अंश.
परिवार के साथ गैंगटाक गये : गुजरता साल हमारे लिए सुखद रहा. परिवार के सभी सदस्यों ने हंसी-खुशी दिन बिताये. मुङो शेयर बाजार में दिलचस्पी है, वह भी ठीक रहा. इस साल हमारा परिवार गैंगटाक धूमने गया. बड़ा बेटा कोलकाता से सीए कर रहा है. मेरी भांजी के घर नया मेहमान आया है. मैं नाना बन गया.
गंदगी, बिजली की समस्या ने रुलाया : अपने शहर से जो उम्मीद थी पूरी नहीं हुई. पूरे साल बिजली, गंदगी ने रुलाया. साल के आखिरी महीने में सड़क मरम्मत होने से थोड़ी राहत मिली. जाम से निजात मिलना ख्वाब सा लगता है. ट्रैफिक की सबसे बड़ी समस्या है. लोग ट्रैफिक रूल फॉलो नहीं करते. हमारे शहर में घूमने के लिए कोई पार्क नहीं है. गली-मुहल्लों में गंदगी पसरी है.
राज्य में रही अस्थिर सरकार : हमारे राज्य का दुर्भाग्य है कि सरकार अस्थिर रही. दूसरे राज्यों की उन्नति देख मन में टीस उठती है – काश हमारा राज्य भी उन्नति करता. हमारे राज्य में उद्योग को कोई प्रोत्साहन नहीं मिलता. सरकार सिर्फ अपनी कुर्सी बचाये रखने की जुगत में लगी रहती है.
देश में दिखा परिवर्तन : आप पार्टी की अप्रत्याशित जीत ने इस बात पर विराम लगा दिया की बड़ी पार्टी ही करिश्मा कर सकती है. जिस तरह दिल्ली में बड़ा परिवर्तन दिखा इससे लगता है अन्य राज्यों में भी परिवर्तन की लहर चलेगी.
अपेक्षा : नये साल में अपने शहर से यही अपेक्षा है कि गंदगी हटे स्वच्छता आये. जाम की समस्या से निजात मिले. साथ ही जिस तरह देश में परिवर्तन आया है राज्य में भी आये. नया साल सबों के लिए खुशियां लेकर आये.