25.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

झारखंड : कोयला का अवैध धंधा फिर शुरू

धनबाद: चार साल तक कोयलांचल में कोयला का अवैध धंधा लगभग बंद रहा. लेकिन इसी नवंबर माह से यह अवैध कारोबार फिर शुरू हो गया है. यह अवैध कारोबार योजनाबद्ध तरीके से चलता है. एक बड़ा गिरोह इसमें सक्रिय है. कोयला के अवैध कारोबारियों का एक बड़ा चेन है. यह चेन बोकारो के उग्रवाद प्रभावित […]

धनबाद: चार साल तक कोयलांचल में कोयला का अवैध धंधा लगभग बंद रहा. लेकिन इसी नवंबर माह से यह अवैध कारोबार फिर शुरू हो गया है. यह अवैध कारोबार योजनाबद्ध तरीके से चलता है. एक बड़ा गिरोह इसमें सक्रिय है. कोयला के अवैध कारोबारियों का एक बड़ा चेन है. यह चेन बोकारो के उग्रवाद प्रभावित ना

वाडीह से शुरू होकर धनबाद जिले के बाघमारा, बरवाअड्डा, राजगंज, तोपचांची से होते हुए गिरिडीह और जामताड़ा जिलों तक है. ‘खादी’ और ‘खाकी’ के बेजोड़ मेल से डंके की चोट पर शुरू हुए इस गोरखधंधे के कारण हर माह करीब 10 करोड़ रुपये की कोल संपदा की लूट हो रही है. जानकारों की मानें, तो जिस रफ्तार में अवैध कोयला का यह गोरखधंधा शुरू हुआ है, अगर यही रफ्तार रही, तो साल पूरा होते-होते यानी नवंबर, 2014 तक 150 करोड़ से अधिक की लूट हो चुकी होगी. जानकार बताते हैं कि कोयला के अवैध कारोबार से कमाये गये पैसे का इस्तेमाल अगले विधानसभा चुनाव में दिखेगा.

महुदा, बाघमारा, तोपचांची व कतरास का कारोबार एक मंत्री पुत्र के हवाले : बाघमारा, तोपचांची व कतरास थाना क्षेत्र के अवैध कोल कारोबार में एक मंत्री पुत्र का वर्चस्व है. इस मंत्री पुत्र के संरक्षण में कतरास इलाके में होली मदर स्कूल से आगे श्यामडीह मोड़ में तीन कोल भट्टा का संचालन हो रहा है.

चोरी का कोयला साइकिल से लाकर यहां जमा किया जाता है. इन्हीं मंत्री पुत्र के संरक्षण में बाघमारा पुलिस अनुमंडल के महुदा, बाघमारा, कतरास, अंगारपथरा, रामकनाली, सोनारडीह, तेतुलमारी आदि थाना क्षेत्रों में कुल नौ स्थानों पर अवैध तरीके से कोयला खनन हो रहा है. इसके अलावा इन इलाकों में बीसीसीएल की विभिन्न खनन परियोजनाओं और आउटसोर्सिग स्थलों से कोयला की चोरी हो रही है. दोनों तरीके से जुटाये गये कोयला को बोरियों में भर कर साइकिल के माध्यम से अवैध कोयला डिपो तक पहुंचाया जाता है. मंत्री पुत्र का वरदहस्त पाकर अवैध कारोबारियों का एक गुट तिलाटांड़, राजगंज व तोपचांची थाना क्षेत्र में कोल डिपो व भट्ठा चला रहा है.

बाघमारा में एक अन्य मंत्री के करीबी हैं सक्रिय : बाघमारा में अवैध कोयला के कारोबार में सूबे के एक अन्य मंत्री के करीबी लोग भी सक्रिय हैं. सोनारडीह ओपी क्षेत्र के तेतुलिया से बड़े पैमाने पर अवैध खनन शुरू हो गया है. यह वही इलाका है, जहां वर्ष 2011 में तत्कालीन एसपी रविकांत धान के नेतृत्व में आधी रात में छापामारी कर अवैध तरीके से संचालित भूमिगत खदान पकड़ी गयी थी. एक बार फिर यहां कारोबार शुरू हो गया है. देर रात में कतरास, महुदा समेत अन्य थाना क्षेत्रों से अवैध खनन का कोयला लोड कर गाड़ियां बोकारो होते हुए बंगाल पहुंच रही हैं. कई गाड़ियां जीटी रोड के भट्ठों में भी पहुंचती हैं. तेतुलिया में जो लोग इस अवैध कारोबार में शामिल हैं, उन्हें राजद के नेता का संरक्षण मिला है.

जमुआटांड़ जंगल में झामुमो नेता के संरक्षण में अवैध कोयला डिपो : रामकनाली क्षेत्र के जमुआटांड़ जंगल में एक झामुमो नेता के संरक्षण में अवैध कोयला डिपो विगत छह माह से चल रहा है. कोलियरी व आउटसोर्सिग से चोरी कर कोयला बोरों में भरकर साइकिलों से डिपो में आता है. रात में इसे ट्रकों के माध्यम से कोयला भट्ठों में भेजा जाता है. तेतुलमारी थाना क्षेत्र के राजगंज से सटे सीमा क्षेत्र में भी अवैध कोल डिपो शुरू है. कतरास थाना क्षेत्र के श्यामडीह व कैलूडीह में अवैध खनन व डिपो से कोयला का अवैध कारोबार चल रहा है. महुदा, लोहापट्टी, बाघमारा के मंदरा में भी कोयला का अवैध कारोबार हो रहा है.

झरिया में राजद से जुड़ा व्यक्ति सक्रिय : झरिया, बोर्रागढ़, केंदुआडीह, भागाबांध, तिसरा, अलकडीहा, बलियापुर, सिंदरी व गौशाला ओपी क्षेत्र में अवैध कोयला कारोबार चल रहा है. अकलडीहा इलाके में राजद से जुड़ा एक पुराना अवैध कोल कारोबारी फिर सक्रिय है. एक स्थानीय भाजपा नेता भी अवैध कोल कारोबार कर रहा है. झरिया के तिसरा व अलकडीहा में चलनेवाले अवैध कोयला कारोबार से भी मंत्री पुत्र का करीबी एक कांग्रेसी नेता वसूली कर रहा है.

निरसा में अवैध खनन बंद : धनबाद जिले का निरसा क्षेत्र कोयला तस्करों के लिए स्वर्ग माना जाता रहा है. निरसा के विभिन्न इलाकों में बजाप्ता फैक्टरी की तरह अवैध कोयला खदानें चलती रही हैं. वर्तमान में निरसा इलाके में अवैध कोयला खनन बंद है. जानकारों की मानें, तो सूबे की सरकार को समर्थन देनेवाले निरसा के मासस विधायक अरूप चटर्जी इस मामले में अड़े हुए हैं. श्री चटर्जी की कड़ाई के कारण अवैध कोयला खदानें नहीं चल रही हैं. हां, धनबाद जिले के अन्य इलाकों से अवैध तरीके से उत्खनन किया गया और चोरी का कोयला निरसा के विभिन्न डिपो व भट्ठों में खपाया जा रहा है.

जिनके कार्यकाल में बंद रहा कोयला का अवैध धंधा

धनबाद में बतौर एसपी अनिल पाल्टा, अब्दुल गनी मीर, रेजी डुंगडुंग, सुमन गुप्ता, रविकांत धान के कार्यकाल में कोयला चोरी, अवैध कोयला खनन और विभिन्न तरीके से होनेवाले कोयला के गोरखधंधे पर पूरी तरह अंकुश लगा रहा. 19 अक्तूबर, 2009 को धनबाद एसपी के रूप में अपनी पदस्थापना के बाद सुमन गुप्ता ने कोयला के अवैध कारोबारियों के खिलाफ अभियान छेड़ दिया. दर्जन भर मामले दर्ज हुए. कई तस्कर जेल गये. सुमन गुप्ता की सख्ती के कारण झरिया, निरसा व कतरास के कोयला क्षेत्रों में जारी कोयला के अवैध खनन पर भी काफी हद तक रोक लगी. सुमन गुप्ता के तबादले के बाद 5 मार्च, 2011 को धनबाद में एसपी बनकर आये रविकांत धान से भी कोयला तस्करों को निराश होना पड़ा. सुमन गुप्ता की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए रविकांत धान ने भी कोयला के गोरखधंधे की छूट नहीं दी.

* कैसे चलता है अवैध धंधा

कोयले का यह कारोबार दो तरह से हो रहा है. एक-बीसीसीएल की विभिन्न आउटसोर्सिंग परियोजनाओं से कोयला चोरी और दूसरे अवैध तरीके से कोयला खनन. सूत्र बताते हैं कि नवंबर, 2013 से बाघमारा अनुमंडल में शुरू हुए कोयला के अवैध कारोबार को राज्य के राजनीतिक दलों के नेताओं का संरक्षण है. इसमें सत्ताधारी दल के नेता भी हैं. थाना से लेकर शीर्ष पुलिस अधिकारियों को नेताओं की ओर से सीधे फोन कर दबाव दिया जाता है. इस धंधे में शामिल लोगों ने राजनेताओं और इस काम में सहयोग करनेवाले पुलिस अधिकारियों के लिए मंथली राशि फिक्स कर दी है.

* मंत्री-पुत्र व उसके करीबीनेता लेते हैं मोटी रकम

सूबे के मंत्री के पुत्र और मंत्री का करीबी बताने वाला एक राजनेता धनबाद में अवैध कोल कारोबारियों को संरक्षण दे रहा है. थाना से लेकर भट्ठा तक नेताजी मैनेज करने में लगे रहते हैं. नेताजी थाना लेवल तक मंत्री व उनके पुत्र की धौंस देकर सेटिंग करते हैं. अवैध कोल कारोबारी से रकम लेकर पैसे की वसूली कर पहुंचाते हैं. बाघमारा, बरोरा, खरखरी समेत अन्य इलाके के कोलियरी व आउटसोर्सिंग का कोयला भठ्ठों में पहुंच रहा है. डीओ ट्रक की आड़ में कोलियरी व आउटसोर्सिंग पैच से कोयला निकाला जाता है. कारोबार में ट्रांसपोर्टरों की भी मिलीभगत रहती है. बाघमारा थाना में तीन माह पहले इस तरह का केस दर्ज हुआ था.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें