धनबाद : प्राइवेट होर्डिंग्स के खिलाफ चलाये गये अभियान में निगम को दस लाख रुपया टैक्स आया है. यह क्वार्टरली टैक्स है. मात्र बारह मकान मालिक व आठ कंपनियों ने प्राइवेट होर्डिंग्स का टैक्स दिया है. अभी दो सौ से अधिक प्राइवेट होर्डिंग्स से टैक्स आना बाकी है. अब सवाल उठता है कि जब प्राइवेट होर्डिंग्स से इतना शुल्क आ रहा है
तो फिर नगर निगम ने कैसे होर्डिंग्स कंपनी स्कोप व सेलवेल के साथ मात्र सात लाख में पूरे नगर निगम क्षेत्र में होर्डिंग्स लगाने का एग्रीमेंट कर लिया. इससे साफ जाहिर होता है कि एग्रीमेंट में भारी पैमाने पर गड़बड़ी हुई है. हालांकि मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल ने मामले की जांच के लिए निगरानी विभाग को लिखा है. नगर आयुक्त ने भी एग्रीमेंट को गलत करार देते हुए निगरानी को अपने स्तर से जांच करने का आग्रह किया है.