धनबाद : शादी के एक वर्ष भी पूरे नहीं हुए कि दंपती ने तलाक का फैसला ले लिया़ शादी टूटने से बचाने के लिए महिला थाना व महिला कोषांग द्वारा की गयी काउंसिलिंग भी बेअसर रही. मामला बीसीसीएल कोयला नंबर बी टाइप निवासी एक परिवार का है. दोनों परिवारों के मुखिया बीसीसीएल कर्मी हैं.
वर्ष 2015 की 24 फरवरी को बीसीसीएलकर्मी ने अपनी इकलौती बेटी की शादी पड़ोस के युवक से की थी. शादी के कुछ दिनों बाद ही पति-पत्नी में विवाद होने लगा. बात बढ़ने पर पत्नी मायके चली गयी. ससुराल वालों पर कई आरोप भी लगाये़ इसके बाद मामला महिला थाना पहुंचा़ यहां सुलह का प्रयास बेकार रहा़ दोनों ने तलाक लेने का फैसला लिया़