धनबाद: बंगाल में सूड़ी समाज अनुसूचित जाति में शामिल है, लेकिन झारखंड में इस जाति को ओबीसी में रखा गया है. इसके लिए समाज दो दशकों से आंदोलन कर रहा है. लेकिन अभी तक कोई ठोस पहल नहीं की गयी है.
उक्त बातें आइएसएम स्थित दुर्गा मंदिर प्रांगण में झारखंड सूड़ी समाज कल्याण समिति के केंद्रीय अध्यक्ष कंसारी मंडल ने प्रेस वार्ता में कही. उन्होंने कहा कि धनबाद, बोकारो, जामताड़ा, दुमका, पाकुड़, साहेबगंज, देवघर, गिरिडीह, कोडरमा, रांची आदि जिलों में सूड़ी जाति की सघन आबादी है. लेकिन समाज के लोग हर क्षेत्र में पिछड़े हैं. झारखंड में जिन जिलों में सूड़ी जाति की बहुलता है, वे सभी जिले बंगाल से सटे हैं. दोनों राज्यों के बीच सामाजिक व सांस्कृतिक रिश्ता एवं सभ्यता एक हैं.
ऐसे में झारखंड में सूड़ी जाति को अजा में शामिल नहीं किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण हैं. इसे लेकर 14 दिसंबर को समाज की ओर से रणधीर वर्मा चौक पर धरना दिया जायेगा. पार्षद प्रफुल्ल मंडल व जिलाध्यक्ष गौतम मंडल ने युवा पीढ़ी को जागरूक करने की बात कही. मौके पर रेखा मंडल, गोलक मंडल, जिला उपाध्यक्ष खिरोधर मंडल, नुनूलाल मंडल, देवेंद्र नाथ मंडल, दिनेश साव, सत्यजीत मंडल आदि मौजूद थे.