धनबाद : भूमिगत खदानों को और ज्यादा विकसित करने की जरूरत है. क्योंकि भविष्य भूमिगत खदान पर ही निर्भर है. उक्त बातें टेक्निकल पेपर प्रजेंटेशन के चेयरमैन सह बीसीसीएल के निदेशक तकनीकी (योजना व परियोजना) अशोक सरकार ने कही. वह मंगलवार को कोयला नगर सामुदायिक केंद्र में आयोजित इंडियन माइन मैनेजर्स कांग्रेस एसोसिएशन के 5वें […]
धनबाद : भूमिगत खदानों को और ज्यादा विकसित करने की जरूरत है. क्योंकि भविष्य भूमिगत खदान पर ही निर्भर है. उक्त बातें टेक्निकल पेपर प्रजेंटेशन के चेयरमैन सह बीसीसीएल के निदेशक तकनीकी (योजना व परियोजना) अशोक सरकार ने कही. वह मंगलवार को कोयला नगर सामुदायिक केंद्र में आयोजित इंडियन माइन मैनेजर्स कांग्रेस एसोसिएशन के 5वें दो दिवसीय सेमिनार के समापन सत्र को संबोधित कर रहे थे.
उन्होंने ओपेन कास्ट माइंस से उत्पादन बढ़ाने की जानकारी दी. अनुशंसित कमेटी के चेयरमैन डीडी मिश्र ने कहा कि देश की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए कोल इंडिया को वर्ष 2020-21 तक एक बिलियन टन कोयला उत्पादन लक्ष्य को प्राप्त करना है. इसके लिए उचित प्लानिंग, रिसर्च, इंवायरमेंट मैनेजमेंट तथा सेफ्टी एंड प्रोडक्शन को ध्यान में रखते हुए उसे पूरा करने का सुझाव दिया.
सदस्य केएन सिंह, प्रो. एनसी सक्सेना, एसके सिंह, डॉ. वीपी सिन्हा, आरके शर्मा ने सौर ऊर्जा का उपयोग बढ़ाने, कोयला के गुणवत्तापूर्ण उत्पादन की जानकारी दी. आगंतुकों को स्वागत डॉ. वीपी सिन्हा व संचालन उदयवीर सिंह, कुमारी निवेदिता, रूबीया कुंदन, मारिया एहसान ने किया. कार्यक्रम में इम्मा के को-कंवेनर बीसीसीएल के महाप्रबंधक (यू जी) एसके सिंह, जीएम (डब्ल्यू जे एरिया) आरके अमर, बीके लाल, संजय सिंह, एमआर श्रीवास्तव, एसके अग्रवाल, डी तनवर व सिंफर के आरके शर्मा, मानवेद्र कुमार का सराहनीय योगदान रहा.
कंपनियों ने दिया प्रजेंटेशन : सेमिनार में बीसीसीएल, टाटा, सिंफर, आइएसएम व अन्य कंपनियों ने 150 डेलीगेट शामिल हुए और टेक्निकल पेपर का प्रजेंटेशन दिया. डीजीएमएस के डीजी राहुल गुहा व एनसी सक्सेना ने माइनिंग इंडस्ट्री प्रजेंट प्रोसपेक्ट एवं न्यू रेजीम फॉर मिनरल एलोकेशन ऑक्शन के बारे में बताया. 17 टेक्निकल पेपर विभिन्न संस्थानों द्वारा पढ़े गये.
प्रो. पाणिग्रही को इम्मा एक्सलेंस एवार्ड : कार्यक्रम के दौरान आइएसएम के निदेशक प्रो डीसी पाणिग्रही को इम्मा एक्सलेंस एवार्ड 2015 से नवाजा गया.