धनबाद: जिले के विभिन्न इलाकों में एक दर्जन शराब दुकानों की बंदोबस्ती होगी. इसमें एक देशी व ग्यारह विदेशी शराब दुकान है. सहायक उत्पाद आयुक्त रामलीला रवानी ने कहा कि इच्छुक व्यक्ति किसी भी दिन कार्य अवधि में कार्यालय में आकर आवेदन जमा कर सकते हैं. धनबाद शहर में सात, मुरलीडीह में एक, तेलमच्चो में एक, महुदा मोड़ में एक व भूली में एक विदेशी शराब दुकान व तेलमच्चो में एक देशी शराब दुकान की बंदोबस्ती होगी.
189 में 177 की हुई है बंदोबस्ती : 189 दुकानों में 177 दुकानों की बंदोबस्ती हो चुकी है. इसमें 101 विदेशी दुकान में 90, 83 देशी दुकान में 82 व पांच कंपोजिट दुकान में पांचों की बंदोबस्ती हो चुकी है.
जिले में 22 बार व चार है क्लब : जिले में 22 बार एंड रेस्टूरेंट व चार क्लब हैं. जहां लोग शराब पीते हैं. इधर दो साल में जिले में आधा दर्जन बार एंड रेस्टूरेंट बंद हो चुके हैं. अभी लाइसेंस शुल्क दस लाख है, वर्ष 2014 में 16 लाख हो जायेगा. घाटा की वजह से आधा दर्जन बार एंड रेस्टूरेंट बंद कर दिया गया.
तो नहीं पी पायेंगे दुकानों के बाहर शराब : उत्पाद विभाग में अधिकारियों व बलों की काफी कमी है. दुकानों से शराब खरीद कर सामने में लोग पी रहे हैं. सहायक उत्पाद आयुक्त राम लीला रवानी का कहना है कि जिला पुलिस को कार्रवाई करनी चाहिए. उनके पास गाड़ी है. जबकि उत्पाद विभाग के पास गाड़ी नहीं है. किराये की गाड़ी से छापामारी करते हैं. विभाग में चार स्वीकृत पद में तीन इंस्पेक्टर, 13 में 8 एसआइ, 15 में 4 एएसआइ, 80 में 23 सिपाही, 9 में पांच क्लर्क, दो में एक भी चालक नहीं, टंकन व दफ्तरी नहीं है.
एक साल में सौ करोड़ का रेवेन्यू : एक साल में धनबाद जिला के विभिन्न दुकानों से सौ करोड़ की रेवेन्यू आता है, फिर भी उत्पाद विभाग का कार्यालय जजर्र है. साथ ही विभाग संसाधन विहीन है. गाड़ी व बल की काफी कमी है. उत्पाद विभाग मुख्यालय व भवन प्रमंडल को पत्र लिखा गया है. उसके बावजूद न तो भवन को चकाचक किया और न ही विभाग को संसाधन से लैस किया गया. विभाग में 33 साल से बहाली नहीं हुई है.