धनबाद: टीटीई और कांस्टेबल की अगर मदद मिलती तो छात्राओं को परेशानी न ङोलनी पड़ती. पटना रेल पुलिस के समक्ष यह बयान दिया है कार्मल स्कूल धनबाद की टीचर सोनाली सिंह तथा मिस डारलिन ने. गंगा दामोदर एक्सप्रेस में शनिवार की रात पटना में छात्राओं की बर्थ पर परीक्षार्थियों ने कब्जा कर लिया था. इस मामले में पटना रेल पुलिस के एसआइ कामेश्वर चौधरी ने मंगलवार को धनबाद कार्मल स्कूल में आकर छानबीन की . स्कूल की तीन कर्मी जो घटना स्थल पर मौजूद थी उनसे मामले में घंटो पूछताछ के बाद उक्त पुलिस अधिकारी पटना लौट गये. वह सुबह में गंगा दामोदर एक्सप्रेस से आये थे.
क्या आप कार्रवाई से संतुष्ट हैं
सोनाली सिंह ने बताया कि उनसे व मिस डारलिन से पटना से आये रेल पुलिस के अधिकारी ने यह जानना चाहा कि घटना में उन्होंने जो लिख कर दिया है उसके अलावा भी उन्हें कुछ कहना है. हमने जवाब दिया कि जितना लिखा है वही सब हुआ है. और आगे यही कहना है कि प्रशासनिक लापरवाही दोबारा नहीं होनी चाहिए.
उन्होंने हमें बताया कि मामले में चिन्हित टीटीइ और पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई हो चुकी है. पूछा, क्या आप संतुष्ट है. हमने कहा हम कार्रवाई से संतुष्ट है. हमने जानना चाहा कि जब हमने एफआइआर नहीं की तो टीटीई तथा उक्त रेल पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई कैसे हुई? जवाब मिला कि वहां ड्यूटी पर मौजूद पुलिसकर्मी अगर कार्रवाई में सक्षम नहीं थे तो उन्हें अपने ऊपर के अधिकारियों को बताना चाहिए था. लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया. टीटीई की जिम्मेवारी सीट उपलब्ध कराने की थी, लेकिन उन्होंने भी अपनी जिम्मेवारी नहीं निभायी. इस कारण उनके खिलाफ कार्रवाई हुई है. बताया गया कि इस मामले में किसी छात्र से कोई पूछताछ नहीं हुई है.