धनबाद : जनता मजदूर संघ (कुंती गुट) के संयुक्त महामंत्री और झरिया विधायक संजीव सिंह के छोटे भाई सिद्धार्थ गौतम उर्फ मनीष के झरिया स्थित संघ कार्यालय में लगातार बैठना, मजदूरों की समस्यायों को सुनना, समाधान के लिए पहल करना आदि चर्चा का विषय बना हुआ है. कुछ लोगों का कहना है कि मनीष ने संघ की कमान अपने हाथों में ले ली है.
वहीं कई लोगों ने कहा कि संजीव सिंह की व्यस्तता एवं रामधीर सिंह की फरारी के कारण मनीष की सक्रियता बढ़ी है. प्रभात खबर से बात करते हुए सोमवार को जमसं के संयुक्त महामंत्री मनीष सिंह ने इन चर्चाओं पर विराम लगा दिया.
मनीष का कहना है : विधायक बनने के बाद भैया की व्यस्तता बढ़ गयी है. बस हम उनकी मदद कर रहे हैं और कोई बात नहीं है. कहा कि वह काफी पहले से ही संघ में सक्रिय हैं. अगले सोमवार से क्षेत्रीय कमेटी की बैठक करेंगे. बैठक में आगे की रणनीति बनायी जायेगी. इसके बाद हर क्षेत्र में विधायक का कार्यक्रम होगा और मजदूरों की समस्यायों को लेकर स्थानीय एवं उच्च प्रबंधन से वार्ता की जायेगी.
कई और नेताओं पर नजर : विधायक बनने के बाद संजीव सिंह ने जमसं को मजबूत बनाने का अभियान चलाया है. इसके तहत उन्होंने जेएन सिंह धर्मपुरी, रूद्र प्रताप सिंह, झारखंड की पूर्व मंत्री अपर्णा सेनगुप्ता और जमसं बच्चा गुट के संयुक्त महामंत्री योगेंद्र प्रताप सिंह को संघ में शामिल कराया. सूत्र बताते हैं कि कई और दूसरे मजदूर संगठनों के कई नेताओं पर नजर है.