धनबाद: जेएनआरयूएम शहरी जलापूर्ति योजना के तहत दो लाख लोगों को पानी पिलाने का इंतजाम हो गया है. सिंदरी में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बनने के कगार पर है जबकि जामाडोबा में अभी भी देर है. और यह योजना पूरी तरह दिसंबर, 2014 तक ही चालू हो पायेगी. पहले फेज का उद्घाटन राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर 15 नवंबर को होगा .
पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के कार्यपालक अभियंता प्रमोद कुमार बताया कि जामाडोबा में जमीन मिलने में देर होने के कारण वहां 19 माह बाद काम शुरू हुआ. जबकि सिंदरी में कोई दिक्कत नहीं हुई, इसीलिए इस योजना को दो भागों में बांट कर काम आगे बढ़ाया गया. पहले भाग का वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का काम बहुत हद (90 फीसदी) तक पूरा हो चुका है. पाइप लाइन भी सभी जगह बिछ गयी है. वहां 15 नवंबर से हर हाल में जलापूर्ति होने लगेगी.
कहां-कहां मिलेगा पानी : सिंदरी वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से दो लाख लोगों को पानी मिलेगा. यहां से बीआइटी सिंदरी, चासनाला, पाथरडीह, डिगवाडीह, रांगामाटी, कांड्रा, मोहलबनी सहित आसपास के क्षेत्रों के लोगों को पानी मिलेगा.
अभी कहां हो रही देर : पाथरडीह में रेलवे लाइन क्रॉसिंग कर पाइप लाइन बिछानी है , जहां रेलवे का एनओसी नहीं मिल पा रहा है. इसीलिए कार्य को आगे बढ़ाने में दिक्कत हो रही है. इसके लिए जिला प्रशासन को कहा गया है कि वह रेलवे प्रशासन से बात करके एनओसी दिलवाये. ताकि जल्द से जल्द काम पूरा किया जा सके.
इधर पूरी योजना को लेकर पेयजल एवं स्वच्छता विभाग मशक्कत कर रहा है. 36 जलमीनारों में 32 पर काम तो तेजी से चल रहा है, लेकिन सरायढेला स्थित सावलपुर में रंगदारी के सवाल पर काम बंद हो गया. इस बार डीसी के आदेश पर दंडाधिकारी एवं पुलिस की मौजूदगी में 16 से काम शुरू किया जायेगा. उसी तरह कुस्तौर क्षेत्र में बीसीसीएल की जमीन का एनओसी नहीं मिलने के कारण वहां से जगह बदल कर काम शुरू किया जायेगा. पेटिया में भी अभी तक जमीन नहीं मिल पायी है. भूली में शनिवार से काम शुरू किया गया.