धनबाद/सिंदरी. बीआइटी सिंदरी के पूर्व छात्र सौरभ कुमार की मौत की जांच सीबीआइ से कराने की मांग जोर पकड़ते जा रही है. रविवार को बीआइटी सिंदरी, धनबाद के रणधीर वर्मा चौक, बोकारो सहित देश के 31 शहरों तथा सिंगापुर व न्यूयार्क में बीआइटी के पूर्ववर्ती छात्रों ने एकजुटता दिखाते हुए जस्टिस फॉर सौरभ अभियान के तहत कैंडल जुलूस निकाल कर सीबीआइ जांच की मांग की.
संस्थान के निदेशक बंगला से लेकर मेनगेट के समीप सीबीसी पार्क प्रांगण तक कैंडल जुलूस गया, जहां छात्रों ने सौरभ कुमार की तसवीर पर श्रद्धांजलि देते हुए दो मिनट का मौन रखा. दिल्ली के जंतर मंतर पर भी कैंडल जुलूस निकाल कर न्याय की मांग की गयी. कैंडल जुलूस में गुलशन सिंह, कौशल, राजेश, कृष्णन, साकेत, गोपाल, विशाल, मयंक, राकेश, विचित्रा, पूर्वा, श्रुति आदि थे. सौरभ की मौत 22 सितंबर को खड़गपुर में हुई रहस्यमय तरीके से हो गयी थी.
धनबाद के कैंडल मार्च में सीसीएल के अभियंता, पूर्ववर्ती एवं वर्तमान छात्र शामिल हुए. उन्होंने बताया कि स्व सौरभ खड़गपुर में रेलवे में मुख्य मैटेरियल डिपो इंजीनियर के पद पर कार्यरत थे. निम्न-मध्यमवर्गीय परिवार के सौरभ बीआइटी सिंदरी से प्रोडक्शन इंजीनियरिंग के वर्ष 2004-08 में स्नातक थे. पिता सेवानिवृत्त कनीय लिपिक थे एवं भाई हाजीपुर में शिक्षक हैं.
छात्रों ने प्रधानमंत्री से जांच की मांग करते हुए बताया कि स्थानीय पुलिस का रवैया चिंता का विषय है. पोस्टमार्टम से पहले मौत का कारण सांप काटना बताया गया. जबकि जगह-जगह खून के छींटे, दरवाजे का बाहर से बंद होना, खुली खिड़की, बंद पंखे व सौरभ का मोबाइल गायब होना जैसे सबूतों को जांच का आधार नहीं बनाया गया. पुलिस ने सबूतों को मिटाने का हर संभव प्रयास किया और पोस्टमार्टम रिपोर्ट से भी छेड़छाड़ किये जाने की संभावना है. घटना के प्रति आक्रोश देख कर दस दिनों बाद प्राथमिकी दर्ज हुई.