धनबाद. केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसइ) ने अपने छात्रों में वित्तीय सूझ-बूझ पैदा कर उन्हें देश के भावी आर्थिक नागरिक के रूप में विकसित करने की कवायद शुरू की है. इसके लिए दि इंडियन बैंक एसोसिएशन (आइबीए) ने चाइल्ड एंड यूथ फिनांस इंटरनेशनल (सीवाइएफआइ) नाम की अंतरराष्ट्रीय संस्था के साथ स्कूल बैंक चैंप्स नाम से एक प्रोजेक्ट शुरू किया है.
सीवाइएफआइ बच्चों और युवाओं के वित्तीय कौशल के अभिवर्धन के क्षेत्र में दुनिया का सबसे बड़ा आंदोलन है. शुरू में यह आंदोलन आइबीए ने स्वैच्छिक रूप से शुरू किया था, जो बाद में प्रधान मंत्री जन धन योजना की मुख्यधारा में शामिल हो गया.
दैनिक जीवन में मिलेगी मदद : इस योजना को स्कूल में नौवीं एवं दसवीं कक्षा के बच्चों के लिए लाया गया है, ताकि वित्तीय संबंधी दैनिक मामलों में उनकी यह सूझबूझ काम आये.
इस प्रोजेक्ट से छात्रों के रोजमर्रे की शैक्षणिक गतिविधि बाधित नहीं होगी.
हर बच्चे का होगा खाता : इस योजना के तहत हर स्कूल को अपने नजदीकी बैंक शाखा से संपर्क करना है. संबंधित बैंक में बच्चों का व्यक्तिगत खाता खोला जायेगा. बच्चों को डेबिट कार्ड दिया जायेगा और उन्हें उसके संचालन की जानकारी दी जायेगी. बच्चों को नेट बैंकिंग, पेंशन प्लान, बीमा प्लान को लेकर भी जागरूक किया जायेगा. बच्चों को माइ सेविंग्स, आवर क्लब, आवर फाइनेंशियल मैनेजमेंट, आवर कम्यूनिटी, आवर इंटरप्राइज एवं माइ लाइफ गोल्स से भी अवगत कराया जायेगा.
बोर्ड ने मांगी रिपोर्ट : इस योजना के लिए बोर्ड ने स्कूलों से नजदीकी बैंक शाखा का नाम, प्रोजेक्ट के नोडल अधिकारी के तौर पर स्कूल के संबंधित शिक्षक का नाम, शैक्षणिक योग्यता व पद की जानकारी 20 अक्तूबर तक मांगी है. इसके साथ ही बैंक को भी अपनी ओर से एक नोडल अधिकारी के रूप में एक व्यक्ति का नाम बताना है.