धनबाद:एसएसएलएनटी महिला कॉलेज की चार व्याख्याताओं ने मगध विवि में पढ़ाई के लिए तीन माह का स्टडी लीव लिया, लेकिन कॉलेज से इस अवधि का वेतन भुगतान भी ले लिया. जबकि विवि ने विदाउट पे की शर्त पर स्टडी लीव की मंजूरी दी थी. यह रकम सात लाख रुपये से अधिक है. विवि इस मामले की छानबीन कर रहा है.
कौन हैं ये शिक्षक
प्रो. इंदु लालिमा (हिंदी), प्रो. शोभा सरिता (अर्थशास्त्र ), प्रो. कस्तुर विरुलि (अंगरेजी) तथा कविता कुमारी धीरे (अंगरेजी).
क्या है मामला : इन शिक्षकों ने आवेदन के जरिये मगध विवि में अध्ययन करने की जानकारी विभावि को दी है. इनके आवेदन पर विवि ने इन्हें विदाउट पे स्टडी लीव के तहत स्वीकृति दी. लेकिन इन्होंने अपनी लीव अवधि का वेतन भुगतान भी ले लिया. यद्यपि कुछ माह से यह नियम लागू हो गया है कि विवि की सहमति के आधार पर स्टडी लीव लेने वाले शिक्षकों को लीव अवधि का भी पेमेंट मिलेगा. लेकिन जिस अवधि में (अप्रैल 2015) यह लीव लिया गया है उस समय विवि में यह नियम लागू नहीं था. विवि के निर्देश पर यह छानबीन चल रही है कि गड़बड़ी आखिर कहां हुई है. कॉलेज के पे डिमांड के आधार पर ही विवि कॉलेज कर्मियों का वेतन भुगतान करता है. फिर कॉलेज ने लीव अवधि में इनका पे डिमांड कैसे भेजा ?