बाइक के कुछ ही फर्लांग आगे-आगे निमाई की पत्नी रातो देवी व बहन कदमी देवी स्नान कर पैदल घर लौट रही थी. इसी बीच घात लगाये बैठे दो अपराधियों में से एक ने काफी नजदीक आकर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी, जिससे निमाई की गर्दन व सिर के पिछले हिस्से व छाती में गोली लगी. वह वहीं गिर पड़ा. गोलियों की तड़तड़ाहट सुन पत्नी व बहन पीछे मुड़ी तो निमाई को जमीन पर गिरा देखा. वे चिल्लाने लगीं. आवाज सुन अपराधियों ने उनलोगों की ओर पिस्टल तान कर चुप रहने की धमकी दी और बाइक से भाग गये.
भीड़ निमाई को टेंपों में लाद कर निचितपुर नर्सिंग होम ले गयी, जहां से उसे बीजीएच बोकारो रेफर कर दिया गया. वहां उसे मृत घोषित कर दिया गया. बीजीएच में वहां की पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. पुलिस ने घटनास्थल से मृतक की बाइक, चप्पल व खोखा बरामद कर लिया है. इधर, घटना के बाद उग्र लोगों ने राजगंज-कतरास सड़क मार्ग को पौने 11 बजे जाम कर दिया. जाम को डीएसपी मंजरूल होदा व सीओ राजेंद्र प्रसाद ने आकर तीन घंटे बाद हटा लिया. इस दौरान राजगंज, कतरास, तोपचांची, तेतुलमारी सहित कई थानों की पुलिस मौजूद थी. इस संबंध में डीएसपी मंजरूल होदा ने कहा कि किन कारणों से हत्या की गयी है, यह क्लियर नहीं है. लेकिन पुलिस हत्यारों तक पहुंच जायेगी. इधर, देर शाम पोस्टमार्टम होकर लाश के कांको पहुंचने के बाद भीड़ जमा हो गयी. लोग काफी उग्र थे. विधायक जगरनाथ महतो, ढुलू महतो, पूर्व विधायक मथुरा प्रसाद महतो, डॉ सबा अहमद समेत झामुमो के नेता जुटे हुए थे. ढुलू महतो ने पीड़ित परिजनों को सांत्वना देते हुए उन्हें आश्वस्त किया कि एसपी से इस संबंध में वह बात करेंगे. रात को निकली शवयात्रा में विधायक जगरनाथ के अलावा झामुमो के तमाम नेताओं ने भाग लिया. रात कतरी नदी में उसका दाह संस्कार कर दिया गया.