धनबाद: काश कि नालियां साफ होतीं और जगह-जगह कचरों का अंबार नहीं होता! लेकिन ऐसा हुआ नहीं. नगर निगम सफाई का दावा करता रहा. नगर की नारकीय स्थिति छिप भी जाती.
लेकिन बारिश ने इसे उजागर कर दिया. गंदगी और सड़ांध के कारण दशमी को पूजा देखने नर-नारी निगम को कोसते रहे. पुराना बाजार रत्नेश्वर मंदिर से तेतुलतल्ला जानेवाले रास्ते में कचरे का अंबार था. बारिश से नालियों की गंदगी सड़कों पर आ गयी थी. जल निकास की व्यवस्था नहीं होने से कई पंडालों में नाली का पानी घुस गया.
वासेपुर व पांडरपाड़ा के कई घरों में नाली का पानी घूस गया. यही स्थिति बरमसिया, विनोद नगर, मनईटांड़, नया बाजार आदि क्षेत्रों में देखी गयी. नगम ने कॉल सेंटर की व्यवस्था की थी, ताकि लोगों को गंदगी से परेशानी न हो. 12 अक्तूबर को कॉल सेंटर तो काम किया लेकिन उसके बाद कॉल सेंटर से लोगों को कोई रिस्पांस नहीं मिला. मंगलवार को कॉल सेंटर में एक भी कर्मचारी नहीं था. जबकि 16 अक्तूबर तक कॉल सेंटर चलाने की आधिकारिक घोषणा की गयी थी.