धनबाद/धनसार: धनसार थाना क्षेत्र के जोड़ाफाटक स्थित शक्ति नर्सिग होम में शनिवार को काफी हंगामा हुआ. यहां इलाज के बाद घर में शुक्रवार को मरीज की मौत हो जाने के बाद परिजन आक्रोशित थे. परिजनों ने कंपाउंडर की पिटाई भी कर दी. कई कर्मी मौका पाकर भाग निकले. दबाव में आकर नर्सिग होम के संचालक डॉ डीके गिंदौड़िया ने परिजनों को मुआवजे के तौर पर 70 हजार रुपये दिये. उसके बाद मामला शांत हुआ.
क्या है मामला : शव के साथ हंगामा कर रहे परिजनों के अनुसार गिरिडीह के गावां निवासी हरेंद्र विश्वकर्मा (23) का सड़क दुर्घटना में एक पैर टूट गया था. आठ अक्तूबर को इलाज के लिए शक्ति नर्सिग होम में भरती कराय.
जहां पैर का ऑपरेशन कर दूसरे दिन मरीज को छुट्टी दे दी गयी. शुक्रवार को शाम में हरेंद्र को फिर स्थिति खराब होने पर यहां लाया गया, तो चिकित्सकों ने भरती नहीं लिया और बोकारो रेफर कर दिया गया. बोकारो के अस्पताल में भी भरती नहीं लिया गया तो रांची ले जाने लगे, जहां तो रास्ते में उनकी मौत हो गयी. परिजन लाश को लेकर यहीं आ गये और हंगामा करने लगे. वे दो लाख रुपये मुआवजा मांग रहे थे. हंगामा देख नर्सिग होम प्रबंधन ने 70 हजार रुपये मुआवजा दिया. मामले में राय जानने के लिए संचालक डॉ डीके गिंदौड़िया के मोबाइल से संपर्क करने की कोशिश की गयी, पर बात नहींहो पायी.