लेकिन कई वार्ड में लेबर नहीं पहुंच रहे हैं. इस मुद्दे पर हंगामा हो सकता है. इसके अलावा 14 वें वित्त आयोग के 300 करोड़ रुपये के लिए तैयार मास्टर प्लान पर चर्चा होगी. मेयर, डिप्टी मेयर व पार्षदों के मानदेय सहित सात मुद्दों पर चर्चा होगी. होर्डिग्स मामले पर भी ठोस निर्णय लिये जाने की संभावना है.
इधर पार्षद निर्मल मुखर्जी ने कहा कि विकास के नाम पर कागजी घोड़ा दौड़ाया जा रहा है. कागज पर नहीं धरातल पर उतारने की कवायद होनी चाहिए. मूलभूत समस्या सफाई, बिजली, पानी, व सड़क पर फोकस होना चाहिए.