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सस्पेंस एकाउंट में है 10,800 करोड़

धनबाद: कोल कर्मियों के पेंशन फंड पर एच्युरी रिपोर्ट 15 नवंबर तक सीएमपीएफ को सुपुर्द कर दी जायेगी. सोमवार को बोर्ड ऑफ ट्रस्टी(बीओटी) की बैठक में यह फैसला हुआ. एच्युरी रिपोर्ट में पेंशन फंड की ताजा स्थिति का जिक्र होगा. फंड बढ़ाने के लिए जेबीसीसीआइ के साथ भी शीघ्र एक बैठक होगी. कोलकाता में हुई […]

धनबाद: कोल कर्मियों के पेंशन फंड पर एच्युरी रिपोर्ट 15 नवंबर तक सीएमपीएफ को सुपुर्द कर दी जायेगी. सोमवार को बोर्ड ऑफ ट्रस्टी(बीओटी) की बैठक में यह फैसला हुआ.

एच्युरी रिपोर्ट में पेंशन फंड की ताजा स्थिति का जिक्र होगा. फंड बढ़ाने के लिए जेबीसीसीआइ के साथ भी शीघ्र एक बैठक होगी. कोलकाता में हुई बीओटी की बैठक इसकी जानकारी दी गयी. कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई. बैठक में कोल सेक्रेटरी एसके श्रीवास्तव, कोयला मंत्रलय के वित्तीय सलाहकार, कोल इंडिया डीपी आर मोहन दास, सीएमपीएफ कमिश्नर अमृत आचार्या, बीसीसीएल डीपी पीइ कच्छप, ज्वाइंट कमिश्नर यूपी कमल, सदस्य दिनेश रावल समेत ट्रस्टी बोर्ड के अन्य सदस्य मौजूद थे.

पेंशन फंड में फिलहाल दस हजार करोड़ : कोल कर्मियों के पेंशन फंड में फिलहाल दस हजार करोड़ हैं. बोर्ड ऑफ ट्रस्टी सदस्य दिनेश रावल के अनुसार- पेंशन फंड को लेकर चिंता की कोई बात नहीं है. पेंशन बढ़ाने के लिए जेबीसीसीआइ के साथ भी एक बैठक शीघ्र होगी. बैठक में पास बुक अपग्रेडेशन का मामला भी उठा. इसे लेकर हो रही परेशानियों का भी जिक्र किया गया.

सस्पेंस एकाउंट का भी जिक्र : मीटिंग में सस्पेंस एकाउंट का भी जिक्र किया गया. इनकी संख्या 8000 है. इन खातों में सीएमपीएफ की राशि जमा नहीं की गयी है. बोर्ड ऑफ ट्रस्टी ने तुरंत इस मामले में जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिये हैं. यह राशि माइंस एक्ट के तहत जमा करायी जाती है.

कोल इंडिया से मदद मांगी गयी : पेंशन फंड बढ़ाने के लिए कोल इंडिया से भी मदद मांगी गयी है. बैठक में इस संबंध में एक प्रस्ताव तैयार कर सौंपने का निर्णय लिया गया. बताया गया हर साल रिटायर करने वाले कर्मियों की संख्या बढ़ रही है, लेकिन उस अनुपात में नये कर्मियों की बहाली नहीं हो रही है. इसलिए अंशदान में बढ़ोतरी नहीं हो रही है. उधर रिटायर होने वाले कर्मियों की बढ़ती संख्या के कारण पीएफ व ग्रेच्युटी का भुगतान भी करना पड़ रहा है.

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