धनबाद. छत्तीसगढ़ के तर्ज पर स्थायीकरण, तीन माह के बकाये मानदेय का भुगतान व ड्रेस कोड के लिए राशि उपलब्ध कराने की मांग को लेकर शनिवार को रणधीर वर्मा चौक पर पारा शिक्षकों ने धरना दिया. अध्यक्षता झारखंड प्रदेश शिक्षा मित्र/पारा शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष अश्विनी कुमार सिंह ने की. कहा कि जिस वादे के साथ रघुवर सरकार सत्ता में आयी थी, उससे सरकार पीछे हट रही है. मुख्यमंत्री के आश्वासन से पारा शिक्षकों का पेट नहीं भरता.
सरकार को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए पारा शिक्षकों को तैयार होना होगा और सरकार को पारा शिक्षकों के आक्रोश का सामना करना पड़ेगा. इस बार के विधानसभा (विस) सत्र में अपने बीवी-बच्चों के साथ लाखों की संख्या में पारा शिक्षक विस का अनिश्चितकालीन घेराव करेंगे. इस बार विधानसभा चलने नहीं दिया जायेगा.
जिला सचिव शेख सिद्दीक ने कहा कि बिना राशि के पारा शिक्षक ड्रेस कोड नहीं अपनायेंगे. विभाग अपनी मरजी पारा शिक्षकों पर थोपने की कोशिश न करे. रमजान में तीन माह का मानदेय नहीं मिला तो पारा शिक्षक कलम बंद हड़ताल करेंगे. पारा शिक्षिका रेखा कुमारी व मीणा सिन्हा ने कहा कि विभाग मातृत्व अवकाश देती है, मगर विशेष अवकाश नहीं देकर मातृत्व का अपमान कर रही है. धरना में चंदन मोदक, उत्पल चौबे, रूपेश कुमार, जितेन दे, आलोक बनर्जी, विशु महतो, वीणा सिन्हा, रेखा देवी आदि मौजूद थे.