रात तक वाटर ट्रीटमेंट प्लांट पहुंच जायेगा. लेकिन फिल्टर प्लांट का ट्रांसफॉर्मर खराब हो गया है. मरम्मत का काम चल रहा है. रात भर में बनेगा. गुरुवार को दिन भर चार्ज होगा. रात तक जलापूर्ति संभव है, क्योंकि पानी फिल्टर होने में भी कुछ समय लगेगा. इधर पिछले दो दिनों से शहर में जलापूर्ति नहीं होने से शहर में हाहाकार मचा है. लोग वैकल्पिक व्यवस्था के तहत कुआं, बोरिंग से जलापूर्ति कर रहे हैं. लेकिन कई इलाके ऐसे हैं, जहां न कुआं है और न बोरिंग की व्यवस्था. चापाकल भी लगभग मृत प्राय: हो चुके हैं.
वैसी जगहों पर लोग पैसे देकर टैंकर से पानी मंगा कर काम चला रहे हैं. शहर के शास्त्री नगर, आदर्शनगर, गांधीनगर आदि क्षेत्रों में टैंकर से पानी मंगाया जा रहा है. इधर, चौधरी गैस एजेंसी के संचालक का कहना है कि आये दिन जलापूर्ति को लेकर यह समस्या हो रही है. जिला प्रशासन को वैकल्पिक व्यवस्था रखनी चाहिए. दो दिनों में टंकी में स्टोर पानी खत्म हो गया. विदित हो कि सिक्स लेनिंग के कार्य के दौरान पाइप के बगल से मिट्टी हटाने के कारण ही जीटी रोड पर देवली पुल के निकट सोमवार को सुबह 9:30 बजे मैथन-धनबाद पाइप लाइन दो जगहों से खुल गयी थी. पाइप क्षतिग्रस्त हो जाने से हजारों लीटर पानी बरबाद हो गया था. बाद में अधिकारियों द्वारा सप्लाई बंद कराने पर ही पानी का बहना बंद हुआ.