धनबाद: आइएसएम विस्तारीकरण योजना के तहत जमीन अधिग्रहण में लाखों-करोड़ों के वारे-न्यारे करने में जुटे भूमि माफियाओं के गिरोह की नजर अब आदिवासी जमीन पर है. धैया मौजा नंबर छह के खाता नंबर 123 के 4379 व 4378 नंबर के प्लॉट में क्रमश: 12 व 34 डिसमिल जमीन है. इसमें क्रमश: 12 व 14 डिसमिल जमीन का अधिग्रहण होना है. 123 खाता की इस जमीन को 122 व 124 खाता में मिलाकर खरीद-बिक्री की तैयारी चल रही है.
क्या है मामला : आइएमएम के विस्तार को लेकर जमीन अधिग्रहण होना है. इसके लिए धैया मौजा की जमीन चिह्न्ति होने के बाद भूमि माफियाओं का गिरोह सक्रिय हो गया. इस गिरोह के लोगों ने स्थानीय रैयतों से बड़े पैमाने पर धैया इलाके की जमीन की खरीद शुरू कर दी. धैया इलाके की जमीन की कीमत देखते-देखते तीगुनी हो गयी. भू-माफिया इन जमीनों की ऊंची कीमत में निबंधन करवा रहे हैं, ताकि जब आइएसएम से मुआवजा मिलने की बारी आये, तो तीन लाख प्रति डिसमिल की जमीन के छह लाख रुपये मिले.
आज होगी पावर ऑफ अटॉर्नी : सूत्रों के मुताबिक इसी क्रम में मंगलवार को गोविंदपुर इलाके में धैया मौजा के खाता नंबर 19 के प्लॉट नंबर 4196 की 2.18 एकड़, 4198 की 9 डिसमिल व 4197 नंबर की 13 डिसमिल जमीन की पावर ऑफ अटॉर्नी होनी है. इसके बाद बुधवार को इन प्लॉटों का निबंधन होगा.
कैसे हो रहा है निबंधन : धैया इलाके में आइएसएम के विस्तार के लिए जमीन अधिग्रहण की अधिसूचना जारी होने के बाद भी वहां की जमीनों की खरीद-बिक्री व निबंधन होना अपने आप में बड़ा घोटाला है. लेकिन भू-माफियाओं ने असंभव को संभव कर दिखाया है. जनवरी, 2013 से धड़ल्ले से धैया इलाके की जमीनों की खरीद-बिक्री व निबंधन जारी है. अब तक भू-माफियाओं की ओर से 90 प्रतिशत उन जमीनों की खरीद की जा चुकी है, जिसे आइएसएम विस्तारीकरण के तहत अधिग्रहित करना है.
कौन है इस सिंडिकेट में : जमीन अधिग्रहण में लाखों-करोड़ों के वारे-न्यारे करने में जुटे सिंडिकेट में सिंह साहब से लेकर शास्त्री जी तक सक्रिय हैं. बीसीसीएल के पूर्व अधिकारी सिंह साहब के अलावा एक शास्त्री जी, एक पूर्व अमीन, शास्त्री जी के भाई, आर प्रसाद आदि खास तौर से शामिल हैं.