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आरटीआइ के दायरे में नहीं आता है डीएवी
प्रबंधन का जवाब धनबाद : दिल्ली पब्लिक स्कूल और डीएवी कोयला नगर ने सूचनाधिकार अधिकार अधिनियम के तहत यह जानकारी नहीं मुहैया करायी कि उनके स्कूल में कितने बीसीसीएल कर्मियों के बच्चे शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं. यह जानकारी बीसीसीएल प्रबंधन भी उपलब्ध नहीं करा सका. मामला आरटीआइ कार्यकर्ता विजय नारायण पांडेय द्वारा बीसीसीएल के […]
प्रबंधन का जवाब
धनबाद : दिल्ली पब्लिक स्कूल और डीएवी कोयला नगर ने सूचनाधिकार अधिकार अधिनियम के तहत यह जानकारी नहीं मुहैया करायी कि उनके स्कूल में कितने बीसीसीएल कर्मियों के बच्चे शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं. यह जानकारी बीसीसीएल प्रबंधन भी उपलब्ध नहीं करा सका. मामला आरटीआइ कार्यकर्ता विजय नारायण पांडेय द्वारा बीसीसीएल के केंद्रीय जन सूचना पदाधिकारी से सूचनाधिकार अधिनियम 2005 के तहत मांगी गयी जानकारी से जुड़ा है.
श्री पांडेय ने पूछा था कि डीपीएस, डीएवी कोयला नगर एवं सरस्वती विद्या मंदिर भूली को कंपनी कितना पैसा देती है, कितने आवास दिये गये हैं, उन स्कूलों में बीसीसीएल कर्मियों के कितने बच्चे पढ़ते हैं. आर्थिक सहयोग के बारे में कंपनी ने कहा कि डीएवी एवं सरस्वती विद्या मंदिर को वार्षिक 30.94 रुपये दो किस्तों में दिया जाता है. यह रुपया हजार में या लाख में यह नहीं लिखा हुआ है. डीपीएस को आर्थिक सहायता नहीं दी जाती है.
अन्य जानकारी के लिए बीसीसीएल ने श्री पांडेय के आवेदन को संबंधित स्कूलों को भेज दिया. डीएवी स्कूल प्रबंधन ने यह कहते हुए जानकारी देने से इनकार कर दिया कि वह कमेटी द्वारा संचालित स्कूल है और आरटीआइ के दायरे में नहीं आता है. सरस्वती विधा मंदिर ने जवाब दिया कि मेरे स्कूल में कुल 1489 बच्चे हैं, जिनमें 676 बीसीसीएलकर्मियों के हैं. प्रबंधन द्वारा 50 आवास भूली में आवंटित है. डीपीएस ने आवासों की जानकारी दी. पर यह नहीं बताया कि कितने बीसीसीएलकर्मियों के बच्चे पढ़ते हैं.
धनबाद : रा अब आसमान छू रहा है और लोगों को बीमार भी कर रहा है. दिन में लोग अधिक से अधिक घर में रहना पसंद कर रहे हैं. शाम को तापमान गिरने के बाद घर से निकल रहे हैं. गुरुवार का दिन सीजन का सबसे गरम दिन रहा.
सुबह 10 बजे तक तापमान 35 डिग्री को पार कर जाता है. गुरुवार को अधिकतम तापमान 43 डिग्री एवं न्यूनतम 25 डिग्री रहा. वहीं शनिवार से सूरज अपने ओर रौद्र रूप में हो सकता है.
अधिकतम 44 एवं न्यूनतम 28 डिग्री हो सकता है. वहीं रविवार को एक डिग्री पारा और बढ़ते हुए अधिकतम 45 व न्यूनतम 27 डिग्री रहने की संभावना है. इस बीच सबसे अधिक परेशानी सरकारी स्कूलों के बच्चों को हो रही है. जिस गरमी ने वयस्कों के पसीने छुड़ा दिये हैं, उस चिलचिलाती गरमी में भी बच्चे स्कूल जाने को मजबूर हैं.
गरमी छुट्टी बनी बारिश की छुट्टी : हाई स्कूलों में गरमी की छुट्टी 18 मई से छह जून तक घोषित थी, जिसे बढ़ा कर एक से 20 जून तक कर दी गयी है. इस तरह हाई स्कूलों की गरमी की छुट्टी को बारिश के दिनों की छुट्टी बना दिया गया है.
तिथि में परिवर्तन झारखंड राज्य माध्यमिक शिक्षक संघ के अनुरोध एवं नगर निगम चुनाव 2015 को देखते हुए किया गया है. वहीं प्रारंभिक स्कूलों में गरमी की छुट्टी सोमवार से घोषित है. शनिवार को अंतिम दिन कक्षा होकर छुट्टी हो जायेगी. हाई स्कूलों में छुट्टी की तिथि में परिवर्तन का लाभ बच्चों को न मिल कर शिक्षकों को अधिक मिलेगा. बच्चों की परेशानी को देखते हुए पुरजोर विरोध भी हो रहा है. दरअसल इन स्कूलों के बच्चों के पास गरमी से बचने को न घरों में बेहतर व्यवस्था होती है न ही स्कूलों में. हाइ स्कूल प्रधानखंता जैसे कई स्कूलों में पंखें की क्या कहें, बिजली तक नहीं है.
सैकड़ों छात्र-छात्राएं चिलचिलाती धूप में छुट्टी के वक्त 11.30 में घर लौटने को मजबूर हैं. ऐसे में किसी बच्चे की तबीयत खराब हो जाये तो इसके लिए कौन जिम्मेवार होगा. इधर बीएसएस बालिका उच्च विद्यालय में शुक्रवार को बच्चियां गरमी से परेशान रहीं.
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