धनबाद: हिंदी दिवस के अवसर पर आज स्कूलों, कॉलेजों और कार्यालयों में कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे. इसको लेकर विभागीय कार्यालयों एवं स्कूलों में पखवारा भी मनाया जा रहा है. हिंदी दिवस मनाने के पीछे का उद्देश्य अपनी राष्ट्र भाषा को सम्मान देना है.
उसके प्रति जागरूकता फैलाना है, लेकिन सरकारी स्कूलों में इसकी जागरूकता कितना जायज है, जब आधे से अधिक शिक्षक पद रिक्त हैं. जिले के हाई स्कूलों में हिंदी शिक्षकों के कुल 69 पद स्वीकृत हैं. इनमें केवल 30 पद पर ही शिक्षक कार्यरत हैं और 39 पद रिक्त हैं.
सबसे खराब हालत राजकीयकृत उच्च विद्यालयों की है. यहां कुल 60 शिक्षक पद स्वीकृत हैं, लेकिन 28 ही कार्यरत हैं और 32 रिक्त हैं. यही हालत अन्य उच्च विद्यालयों की भी है. विद्यालयों में हिंदी शिक्षकों की कमी है और विषय की पढ़ाई प्रभावित हो रही है.