घनुडीह: बस्ताकोला क्षेत्र के कुइयां में एनसी आउटसोर्सिग के चालू होने की सूचना के बाद जमसं (बच्च गुट) समर्थकों ने शुक्रवार को काम बंद करवा दिया. लिब्रा कंपनी के तीन वॉल्वो व एक पोकलेन मशीन को काम करने से रोक दिया. साथ ही मजदूर पवन कुमार सिंह, कन्हैया राय व जसीम अंसारी को मार कर खदेड़ दिया. समर्थकों ने प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी और प्रदर्शन भी किया.
समर्थकों का कहना था कि कंपनी में 205 मजदूर काम करते हैं. एक भी मजदूर की छंटनी नहीं होने देंगे. पेटी ठेकेदार बीएसए इंफ्रा प्रोजेक्ट कंपनी ने आर्थिक नुकसान के कारण एक सितंबर को नोटिस जारी कर अस्थायी रूप से आउटसोर्सिग का काम ठप कर दिया था. लेकिन बीसीसीएल प्रबंधन के दबाव के बाद एनसी पैच के मुख्य ठेकेदार ने कार्य शुरू करना चाहा. छह सितंबर को भी लिब्रा ने एनसी पैच को चालू करने का प्रयास किया था.
रोजगार के साथ खिलवाड़ नहीं : डिप्टी मेयर सह जमसं के संयुक्त महामंत्री नेता नीरज सिंह ने कहा कि प्रबंधन को रोजगार के साथ खिलवाड़ नहीं करने दिया जायेगा. न्यूनतम मजदूरी उन्हें हर हाल में देनी होगी. समर्थकों ने घनुडीह ओपी भी पहुंच कर प्रदर्शन किया. इस दौरान रामकृष्ण पाठक, मनोज सिंह, गौतम सिंह, बबलू सिंह, विनोद सिंह, विजय सिंह, राजू राय, उत्तम बाउरी मौजूद थे.
मारपीट का मामला दर्ज : घनुडीह ओपी में आउटसोर्सिग के प्रबंधक दिनेश चौधरी ने उत्तम सिंह, अमृत महतो, मिथुन पासवान, शिवशंकर पासवान, अमित बाउरी, विक्की सिंह, शंभु साव, पिंटू रवानी, सुरेंद्र रवानी, राजेश डोम आदि पर मारपीट का मामला दर्ज कराया है. वहीं जमसं के उमापदो रजवार ने कंपनी के आरके मिश्र, दिनेश चौधरी व कुइयां के पीओ बीके झा, प्रबंधक एनसी घोष पर जाति सूचक शब्द का प्रयोग करने व जान मारने की धमकी देने का आरोप लगाते हुए शिकायत की है.