यहां रहने वालों ने जब कहा कि उनलोगों को अपार्टमेंट की ओर से बिजली मुहैया की गयी है और उसके एवज में अपार्टमेंट प्रबंधन पैसा भी लेती है लेकिन वे लोग फरियाद करते रहे उनकी नहीं सुनी गयी. यहां रहने वाले चार फ्लैट ऑनर्स पर ढ़ाई – ढ़ाई हजार रुपये जुर्माना लगा दिया और बाद में उन पर सरायढेला थाना में कनीय अभियंता ने प्राथमिकी भी दर्ज करा दी. अब यहां के लोग जुर्माना भरने के साथ ही केस को रफा दफा करने के लिए थाना का चक्कर लगा रहे है. सबसे बड़ी बात तो यह है कि उक्त अपार्टमेंट प्रबंधन के विरुद्ध को कोई कार्रवाई नहीं की गयी. यहां रहने वाले लोगों ने आरोप लगाया कि उक्त अपार्टमेंट से बिजली विभाग के छोटे से लेकर बड़े अधिकारी तक एक बंधी – बंधायी रकम मिलती है इसलिए उस पर कोई कार्रवाई नहीं की गयी.
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बिजली विभाग का अजीबो गरीब कारनामा
धनबाद: ऊर्जा विभाग के अफसरान चोरी से बिजली देने वाले पर कार्रवाई नहीं करते बल्कि जो पैसे देकर बिजली लेता है उस पर ना केवल जुर्माना ठोंक देता है बल्कि उनके खिलाफ एफआइआर भी दर्ज करा देते हैं . ऐसा ही एक मामला छापामारी के दौरान सामने आया है. अब भुक्त भोगी जुर्माना भरने के […]
धनबाद: ऊर्जा विभाग के अफसरान चोरी से बिजली देने वाले पर कार्रवाई नहीं करते बल्कि जो पैसे देकर बिजली लेता है उस पर ना केवल जुर्माना ठोंक देता है बल्कि उनके खिलाफ एफआइआर भी दर्ज करा देते हैं . ऐसा ही एक मामला छापामारी के दौरान सामने आया है. अब भुक्त भोगी जुर्माना भरने के बाद केस खत्म कराने के लिए थाना का चक्कर लगा रहे हैं. 14 मई को बिजली विभाग की टीम नया बाजार क्षेत्र के सहायक अभियंता राजेश कुमार मंडल के नेतृत्व में सुगियाडीह स्थित स्थित एक अपार्टमेंट में पहुंचती है और वहां के सभी फ्लैट में बिजली जलते हुए पाती है.
कैंप में नहीं होती सुनवाई : बिजली बोर्ड मुख्यालय के निर्देश पर भले ही प्रत्येक माह के दूसरे शनिवार को ऊर्जा विभाग के डिवीजन कार्यालयों में नया कनेक्शन देने के लिए कैंप लगाने का निर्देश है लेकिन धनबाद में मुंह देखकर नया कनेक्शन दिया जाता है. कैंप में जाने वाले कई लोगों से जब इस संवाददाता ने बात की तो उन लोगों ने बताया कि कैंप में जाने पर उन्हें कहा जाता है कि सक्षम लोगों के लिए थोड़े ही कैंप लगता है. आप लोग अलग से आवेदन दें , तब कनेक्शन मिलेगा. हिंदी कथाकार एसएन सिंह ने भी बताया कि अपार्टमेंट में रहने वाले जब कैंप में गये तो उनलोगों को कनेक्शन नहीं दिया गया. उनके साथ गये लोग वापस आ गये और बाद में अलग से आवेदन दिया. उन्होंने आरोप लगाया कि मुद्रा मोचन के लिए कैंप से वैसे लोगों को हटा दिया जाता है.
किसी अपार्टमेंट में अगर प्रबंधन की ओर से बिजली दी गयी है तो निश्चत रुप से उक्त बिल्डर पर कार्रवाई करनी चाहिए ना कि अन्य फ्लैट मालिकों पर. ऐसा हुआ है तो वे लोग मुझसे मिले . निश्चित रूप से उसकी जांच करायी जायेगी और संबंधित पदाधिकारी पर कार्रवाई के लिए मुख्यालय को लिखा जायेगा.
धनेश झा, मुख्य अभियंता सह महाप्रबंधक, ऊर्जा विभाग
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