बिहार पुलिस द्वारा जेल भेजे गये बलिंदर सिंह व गोपाल तिवारी उर्फ बाबा ने चंदा अपहरण कांड में अपनी संलिप्ता स्वीकार करते हुए अजय सिंह के कहने पर घटना को अंजाम दिये जाने की बात कही थी. चंदा अपहरण कांड से संबंधित केस रिकार्ड में दोनों का बयान दर्ज है. बाबा की मौत हो चुकी है. बैंक मोड़ पुलिस की पूछताछ में बलिंदर व बाबा ने कहा था कि चंदा की वर्ना कार अजय सिंह के पास है.
चंदा का अपहरण कर उसे टवेरा गाड़ी में शेखपुरा ले गये थे. वर्ना कार को अजय सिंह के पास भिजवा दिया था. चंदा को फिरौती लेकर किऊल में मुक्त किया गया था. बलिंदर व बाबा से पूछताछ में खुलासा हुआ था कि अजय सिंह के कहने पर ईडी का अपहरण हुआ था. अजय ने राजस्थान के अपराधी धर्मेद्र ठाकुर, तमीम उर्फ भाई उर्फ पहलवान, सन्नी उर्फ छोटू को चंदा के अपहरण के लिए भेजा था. धनबाद के मनोज सिंह व वीरु सिंह चंदा की पूरी जानकारी गैंग को उपलब्ध करा रहा था. अजय की लखनऊ में गिरफ्तारी के बाद बैंक मोड़ पुलिस रेस हो गयी है. आर्म्स एक्ट में गोमतीनगर थाना की पुलिस ने अजय व उसके साथियों को जेल भेजा है. गया पुलिस अजय व उसके सहयोगियों को रिमांड कर ला रही है. बैक मोड़ पुलिस गया पुलिस के संपर्क में है.
अजय के गया आने के बाद बैंक मोड़ पुलिस वहां जायेगी. बैंक मोड़ पुलिस ईडी की वर्ना कार की बरामदगी के साथ-साथ अपहरण में शामिल धर्मेद्र ठाकुर, तमीम उर्फ भाई उर्फ पहलवान, सन्नी उर्फ छोटू के साथ-साथ धनबाद के लोकल लिंक मनोज सिंह व वीरु सिंह के बारे में अजय से पूछताछ करेगी.