धनबाद. निवेशकों के करोड़ों रुपये गबन करने के मामले में बैंक मोड़ पुलिस ने नन बैकिंग कंपनी बेसिल के सीएमडी विवेक कुमार उर्फ विवेक अग्रवाल को कोलकाता से गिरफ्तार कर लिया है. विवेक को स्थानीय अदालत में पेश कर ट्रांजिट रिमांड पर मंगलवार को धनबाद लाया गया. बैंक मोड़ थाने में पूछताछ की जा रही है.
एसआइ अमित गुप्ता व एएसआइ डी राय के साथ पुलिस टीम ने यूनिवर्ल्ड सिटी, टावर नंबर थ्री, फ्लैट नंबर 403,न्यू टाउन राजरहाट कोलकाता से गिरफ्तार विवेक को पकड़ा है. डीएसपी अमित कुमार ने मंगलवार की शाम बैंक मोड़ थाना में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी.
डीएसपी ने बताया कि नन बैकिंग कंपनी के सीएमडी की गिरफ्तारी पुलिस की बड़ी सफलता है. सीएमडी से निवेशकों की जमा राशि, नन बैकिंग कंपनी के अधिकारियों के ठिकाने के बारे में जानकारी ली जा रही है. वर्ष 2013 में विवेक बेसिल में सीएमडी बने थे. विवेक को कंपनी की माली हालत को ठीक करने की जिम्मेवारी थी. उनकी गिरफ्तारी पिछले वर्ष सात अगस्त को बैंक मोड़ थाना में दर्ज एक सीपी केस के आलोक में हुई है. बड़की बस्ती महुदा के मो कलामुद्दीन अंसारी ने कंपनी के अधिकारियों पर जालसाजी-धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया था. इसके अलावा भी निरसा, बलियापुर, कोलकाता, चास, जामताड़ा समेत कई थानों में रकम नहीं लौटाने के केस दर्ज हैं. केस दर्ज होने के बाद बेसिल के सभी ऑफिस एक-एक कर बंद कर दिये गये.
ये पहले से जेल में : बेसिल के रीजनल मैनेजर आनंद मिश्र, एमडी सुशांतो चटर्जी, शाखा प्रबंधक अशोक नारायण प्रसाद, बलियापुर के शाखा प्रबंधक प्रदीप मुखर्जी को पिछले वर्ष ही पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. सभी अभी न्यायिक हिरासत में धनबाद जेल में हैं.
धनबाद के निवेशकों का 500 करोड़ डूबा
बेसिल में धनबाद व आसपास के जिले के निवेशकों का लगभग पांच सौ करोड़ जमा किया गया था. ऑफिस बंद होने के बाद निवेशक परेशान हैं. कोलकाता व धनबाद का चक्कर काट रहे हैं. पुलिस सूत्रों का कहना है कि बेसिल पर झारखंड, बंगाल, ओड़िशा समेत देश भर के कई राज्यों के निवेशकों का 1800 करोड़ रुपये बकाया है. बेसिल का कुल एसेट अभी लगभग 1100 करोड़ है. कंपनी का असम में टी गार्डेन चल रहा है. राजरहाट, दीघा, दुर्गापुर, आसनसोल में प्रोजेक्ट शुरू हो नहीं पायी है. कंपनी की केमिकल फैक्टरी बंद हो गयी है.