कार्यक्रम दिल्ली के विज्ञान भवन में हुआ. मौके पर तनुल के पिता डॉ बीके ठाकुर एवं मां डॉ सत्या ठाकुर भी मौजूद थे. तनुल(27 वर्ष) ने बारहवीं तक की शिक्षा धनबाद-बोकारो से पूरी की.
इसके बाद अमेरिका के यूनिवर्सिटी ऑफ इलिनॉयस से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की उपाधि ली. अमेरिका में नौकरी छोड़ कर स्वदेश लौट आये और लेखन व पत्रकारिता के अपने पुराने शौक को कैरियर बनाया. ‘दी संडे गाजिर्यन’ में बतौर फिल्म समीक्षक योगदान दिया. विगत 30 अप्रैल को मुंबई प्रेस क्लब ऑफ इंडिया ने पत्रकारिता के क्षेत्र के अपने सर्वोच्च सम्मान ‘रेड इंक पुरस्कार’ से तनुल को नवाजा है.