धनबाद. स्कॉर्पियो चालक गाड़ी काफी तेज चला रहा था. रास्ते में कई साइकिल वाले, पैदल चलने वाले बचे थे. जब जसीडीह के पास पहुंचे, तब चालक स्कॉर्पियो को खड़ी कर एक दुकान में चला गया था. वहां उसने शराब पी थी. इसके बाद जैसे-तैसे गाड़ी चलाने लगा. मन में आशंका होने लगी थी, कुछ अनहोनी न हो जाये.
अंतत: स्कॉर्पियो ट्रक से जा टकराया. यह कहना है देवघर-दुमका पथ पर सड़क हादसा में घायल दुल्हन ललिता का. ललिता को सोमवार को होश आया. उसने कुछ ब्रेड व दूध खाये. घटना का असर ललिता के चेहरे पर साफ देखा जा सकता है. वह बार-बार अपने माता-पिता के बारे में पूछ रही है. उसने बताया : टक्कर लगते ही, सभी लोग जो जहां थे, फंस गये. मेरी छोटी बहन-भाई बीच में बैठे थे. दूल्हा किनारे थे. एक बार जोर से चीख की आवाज हुई, इसके बाद सभी खून से लहूलुहान हो गये. भाई-बहन सभी ने दम तोड़ दिया.
मैं पूरे होश में थी. घटना के बाद आसपास के लोग मदद के लिए दौड़े. मैं सब देखती रही. गाड़ी में सभी लोग बुरी तरह से फंस गये थे. लोग जो जिंदा हैं, उन्हें खोज रहे थे. मुझ पर नजर पड़ी, मुङो लोग बाहर निकालने लगे, मैं होश में सब देखती रही. स्कार्पियो से बाहर आते ही बेहोश हो गयी. मुङो कुछ पता नहीं था. पीएमसीएच में अब होश आया है. इधर, इलाज कर रहे सजर्री विभागाध्यक्ष डॉ डीपी भदानी ने बताया कि ललिता खतरे से बाहर है. एक्स रे किया गया, सिर में बाहर से ही चोटें हैं. अंदर में कोई गहरी चोट नहीं है. हालत में तेजी से सुधार हो रहा है. देवघर दुमका रोड स्थित मोहनपुर थाना क्षेत्र के डुमरथर में रविवार को हुए हादसे में 12 लोग मारे गये थे.