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स्नातक में ही सीखिए अब रिसर्च के तरीके
धनबाद. विभावि के छात्रों के लिए एक खुश खबरी है. आगामी सत्र से स्नातक के विद्यार्थियों को रिसर्च मेथेडोलॉजी की पढ़ाई करने का अवसर मिलेगा. साथ ही टर्म और सेमिनार पेपर के तहत शोध भी करना होगा. यूजीसी द्वारा आगामी सत्र से सभी शिक्षण संस्थानों में स्नातक पाठय़क्रम में विकल्प आधारित क्रेडिट सिस्टम को अमल […]
धनबाद. विभावि के छात्रों के लिए एक खुश खबरी है. आगामी सत्र से स्नातक के विद्यार्थियों को रिसर्च मेथेडोलॉजी की पढ़ाई करने का अवसर मिलेगा. साथ ही टर्म और सेमिनार पेपर के तहत शोध भी करना होगा. यूजीसी द्वारा आगामी सत्र से सभी शिक्षण संस्थानों में स्नातक पाठय़क्रम में विकल्प आधारित क्रेडिट सिस्टम को अमल में लाने का निर्देश दिया गया है. इसी आलोक में विभावि ने इसे लागू करने की घोषणा कर दी है.
क्या होगा इस सिस्टम में : इसके तहत 19 विषयों का मॉडल सिलेबस व परीक्षा के लिए अलग प्रारूप होंगे. इसमें शिक्षा के साथ-साथ शोध की गुणवत्ता में सुधार हो सकेगा. पहले छात्रों को पीजी में आने के बाद जो अवसर प्राप्त होता था, वह सिस्टम स्नातक के सिलेबस में भी शामिल रहेगा. इसमें कई अनिवार्य विषयों के अलावा काफी संख्या में ऐच्छिक विषय होंगे. यानी स्नातक करने वाले छात्रों को अपनी मन पसंद के ऐच्छिक विषय चुनने के लिए खुले होंगे कई विकल्प .
ऐच्छिक विषय पर रिसर्च भी : मन पसंद ऐच्छिक विषय से संबंधित विषय पर छात्रों को रिसर्च प्रोजेक्ट पर काम करना होगा. इससे छात्रों को रिसर्च मेथेडोलॉजी शोध की प्रक्रिया और फाइंडिंग रिपोर्ट तैयार करने आदि की पढ़ाई करनी होगी. साथ ही इसी के, अनुसार फिल्ड वर्क के बाद प्रोजेक्ट तैयार करनी होगी. छात्रों को सेमिनार के लिए भी रिपोर्ट बनाने तथा उसका प्रदर्शन करने होंगे .
इस प्रकार बनेंगे प्राप्तांक : इस सिस्टम के तहत छात्रों को क्रेडिट मिलेंगे. क्रेडिट सिस्टम से औसत मूल्यांकन का सिद्धांत लागू किया जायेगा. इसमें एक उत्तर पुस्तिका को दो शिक्षक जांचेंगे. उनके द्वारा दिये गये औसत अंक छात्र को मिलेंगे. नये पैटर्न में कई अन्य बदलाव भी होने है.
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