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बरवाअड्डा के युवक की जमशेदपुर में मौत
जमशेदपुर/बरवाअड्डा. बिजली कनेक्शन को दुरुस्त करने के लिए पोल पर चढ़े बिजली मिस्त्री प्रदीप कुमार पांडेय(36) करंट लगने से जमीन पर गिर गया. सिर में गंभीर चोट आने से उसकी मौत हो गयी. घटना बुधवार सुबह की है. मृतक उलीडीह के पटेल पथ में रहता था. वह बरवाअड्डा थाना क्षेत्र के बिराजपुर निवासी था. विगत […]
जमशेदपुर/बरवाअड्डा. बिजली कनेक्शन को दुरुस्त करने के लिए पोल पर चढ़े बिजली मिस्त्री प्रदीप कुमार पांडेय(36) करंट लगने से जमीन पर गिर गया. सिर में गंभीर चोट आने से उसकी मौत हो गयी. घटना बुधवार सुबह की है. मृतक उलीडीह के पटेल पथ में रहता था. वह बरवाअड्डा थाना क्षेत्र के बिराजपुर निवासी था.
विगत 10 वर्षो से मानगो जमशेदपुर स्थित विद्युत कार्यालय में मेनडेज कर्मी के रूप में कार्य कर रहा था़ घटना के बाद मुआवजे की मांग पर परिजनों ने एमजीएम अस्पताल में प्रदर्शन किया. पोस्टमार्टम हाउस में पुलिस, बिजली विभाग और स्थानीय लोगों के बीच वार्ता हुई. इसमें बिजली विभाग के एसडीओ संजीव कुमार ने विभागीय नियमानुसार डेढ़ लाख रुपये मुआवजा देने व आश्रित को नौकरी के लिए उच्च अधिकारियों से बातचीत का आश्वासन दिया. एसडीओ ने बताया कि प्रदीप विभाग का काम काफी दिनों से कर रहा था.
बुधवार को लाइन बनाने के लिए बिना शट-डाउन के वह पोल पर चढ़ गया. करंट लगने से वह नीचे गिर गया. उसे लोगों ने एमजीएम अस्पताल पहुंचाया. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. उलीडीह पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. सूचना पर मृतक के परिजन एवं गांव के लोग जमशेदपुर के लिए रवाना हो गये हैं. मृतक अपने पीछे पत्नी, मां, पिता समेत चार बच्ची छोड़ गया है. घटना की सूचना पर पूरे गांव में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है़
धनबाद : झरिया कोयलांचल की दोबारी में हिंसक झड़प और बीसीकेयू नेता व बीसीसीएल सेफ्टी बोर्ड के सदस्य एएम पाल की गिरफ्तारी के विरोध मे बीसीकेयू ने बुधवार को रणधीर वर्मा चौक पर धरना दिया. अध्यक्षता बीसीकेयू व मासस अध्यक्ष आनंद महतो ने की. उन्हों ने कहा : दोबारी की घटना नयी नहीं है. 1973 मे भी ऐसी घटना घटी थी. हमारे 148 कार्यकर्ता गिरफ्तार हुए थे. लेकिन आंदोलन के बाद प्रशासन को झुकना पड़ा था. दोबारी की घटना के विरोध मे हमे एकजुट होना पड़ेगा. एएम पाल निदरेष है. पुलिस ने उसे एफआइआर दर्ज होने के पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. उन्होने घटना की निष्पक्ष जांच कर दोषियों को सजा देने की मांग की. विधायक अरूप चटर्जी ने कहा कि दोबारी में बाहर से आये लोग गुंडागर्दी कर रहे हैं, जिसे चलने नहीं दिया जायेगा. पुलिस एकतरफा कार्रवाई कर रही है. हमारे कार्यकर्ताओं की एफआइआर दबाव में लिखी गयी. पर कोई कार्रवाई नहीं की गयी. पुलिस माफिया से मिली हुई है. प्रशासन दोषियों पर कार्रवाई करे अन्यथा जमीनी आंदोलन तेज होगा. यूनियन के महामंत्री एसके बक्सी ने कहा कि मजदूर आंदोलन पर माफिया हावी होता जा रहा है.
माफिया, प्रशासन और प्रबंधन मिल कर मजदूरों का दमन कर रहे हैं. इस गंठजोड़ के खिलाफ एकजुट होकर संघर्ष करना होगा. मासस के महासचिव हलधर महतो ने कहा आउटसोर्सिग कंपनियों में भाजपा के सांसद और विधायक की पार्टनरशिप है. हत्यारे हत्या कर फरार हो जाते हैं, लेकिन माफिया के खिलाफ आंदोलन करने वाले एएम पाल को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज देती है. धरना मे मासस के जिलाध्यक्ष परि प्रसाद पप्पू , मायुमो के जिलाध्यक्ष पवन महतो, संध्या बक्शी, कुंती देवी, पूनम देवी, महेश्वरी देवी, मासस सचिव निताई महतो, भूषण महतो,राम लाल समेत काफी संख्या मे महिलाएं उपस्थित थीं. धरना के बाद एसपी को ज्ञापन दिया गया.
क्या है ज्ञापन में : दोबारी कोलियरी में माफिया, पुलिस और प्रबंधन की मिलीभगत से तीन दिनों से मजदूरों एवं ग्रामीणों पर अत्याचार किया जा रहा है. लगभग 500 असंगठित मजदूर और उनके परिजन भूखे-प्यासे हैं. विस्थापितों की जमीन पर जबरन आउटसोर्सिग चल रही है.उलटे गरीब किसान-मजदूरों पर बम-बंदूक से हमला हो रहा है. माफिया का नंगा नाच चल रहा है. पुलिस लाल झंडे के नेताओं पर एकतरफा कार्रवाई करते हुए जेल भेज रही है. माफिया, पुलिस और प्रबंधन की गंठजोड़ पर रोक लगाते एएम पाल को जेल से रिहा किया जाये.
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