रांची / धनबाद : हेमंत सरकार के मंत्रिमंडल में शामिल बड़कागांव के विधायक योंगेद्र साव और धनबाद के विधायक मन्नान मल्लिक विभाग के बंटवारे से नाराज हैं. मन्नान मल्लिक को पशुपालन एवं मत्स्य और आपदा प्रबंधन विभाग नहीं चाहिए. वह सरकारी सुविधा लेने से इनकार कर रहे हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री के खिलाफ ही मोरचा खोल दिया है. योगेंद्र साव ने भी कहा है कि उन्हें सिर्फ कृषि व आवास विभाग नहीं चाहिए. इसके साथ दूसरे विभाग भी मिलने चाहिए. उन्होंने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत को अपनी भावना से अवगत करा दिया है. कांग्रेस प्रदेश प्रभारी बीके हरि प्रसाद से भी बात करेंगे.
विभाग की जरूरत नहीं : विभाग के बंटवारे से नाराज मन्नान मल्लिक ने सरकारी सुविधाएं लेने से भी इनकार कर दिया है. प्रभात खबर से बातचीत में कहा : मुझे विभाग की जरूरत नहीं है. बिना किसी विभाग के मंत्री के रूप में काम करूंगामैं सोनिया गांधी व राहुल गांधी की ओर से मनोनीत मंत्री हूं. उन्हीं के आदेश पर मंत्री के रूप में शपथ ली है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को विभाग देने के लिए धन्यवाद. पर मुख्यमंत्री मेरे विभाग किसी दूसरे मंत्री को दे दें, मुझे इसकी जरूरत नहीं है. मन्नान मल्लिक ने कहा : रांची में मैंने सरकारी गाड़ी व पुलिस स्कॉर्ट लेने से इनकार कर दिया है. उन्होंने धनबाद में भी एसपी की ओर से दिये गये स्कॉर्ट (हाउस गार्ड) को रखने से इनकार कर दिया है. कहा कि वह कांग्रेस के सिपाही हैं. सरकारी सुविधाएं व वीआइपी सुरक्षा की उन्हें जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा : मैं धनबाद जिला कांग्रेस का अध्यक्ष हूं. संगठन का काम करूंगा. चुनावी वर्ष है, लोकसभा चुनाव की तैयारी में लग जाऊंगा. राज्य के सभी क्षेत्रों में चुनाव प्रचार करूंगा.
समय कम, काम ज्यादा
कृषि मंत्री योगेंद्र साव भी विभाग के बंटवारे से संतुष्ट नहीं हैं. वह भी और विभाग चाहते हैं. रांची में उन्होंने कहा : सिर्फ कृषि विभाग से नहीं चलेगा. दूसरे विभाग भी चाहिए. सरकार के पास कम समय है, काफी काम करना है. कांग्रेस से झामुमो है, झामुमो से कांग्रेस नहीं है. सभी मंत्री एमएलए हैं. हम भी एमएलए हैं. सबका अधिकार एक समान है. इसके बाद भी किसी को तीन-चार विभाग और मुझे एक विभाग मिला है, ऐसा कैसे चलेगा. उन्होंने कहा : वन पर्यावरण, पथ निर्माण, भू-राजस्व जैसे विभाग किसी को नहीं दिये गये हैं. मुख्यमंत्री को इस पर विचार करना चाहिए. ये विभाग हमें दिये जा सकते हैं. मुख्यमंत्री को चाहिए कि विभाग बंटवारे से पहले बात करें. लेकिन किसी से बात नहीं की गयी है. हमलोगों से कोई राय-विचार नहीं हुआ. उन्होंने कहा : अपनी बात से पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व अन्य नेताओं को अवगत करा दिया है. पार्टी के प्रदेश प्रभारी के समक्ष बातों को रखेंगे. मुख्यमंत्री से भी मुलाकात करेंगे.
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शनिवार को हुआ था दूसरा विस्तार
हेमंत सरकार का दूसरा मंत्रिमंडल विस्तार शनिवार को ही हुआ था. कांग्रेस कोटे से चंद्रशेखर दुबे, मन्नान मल्लिक और योगेंद्र साव को मंत्री बनाया गया.