धनबाद: टुंडी थाना क्षेत्र के पोखरिया पुलिस पिकेट पर नक्सली हमला व आदिवासी छात्रवास को बम से उड़ाये जाने के मामले में बुधवार को एएसजे द्वितीय दिवाकर पांडेय की अदालत में सुनवाई हुई. पुलिस ने कड़ी सुरक्षा के बीच जेल में बंद आरोपी शिवा तुरी, अमोज मोदक व गोविंद मांझी को अदालत में उपस्थापन कराया. अदालत में साक्षी सअनि उपेंद्र प्रसाद मंडल, हवलदार भरत राय, आरक्षी सुनील सोरेन, मनोज मुमरू व मनोज मरांडी ने अपने बयान दर्ज कराये. उन्होंने अपने बयान कहा कि उन्हें घटना की जानकारी है, लेकिन वे आरोपियों को नहीं पहचानते हैं.
अभियोजन की ओर से एपीपी मनोज कुमार ने पुलिस कर्मियों का परीक्षण कराया. जबकि प्रतिपरीक्षण बचाव पक्ष के अधिवक्ता दिलीप कुमार पाठक ने किया. अभियोजन अब तक 34 गवाहों की गवाही अदालत में दर्ज करा चुका है. 4 सितंबर 09 को अचानक नक्सलियों ने पोखरिया पुलिस पिकेट पर हमला कर घंटों फायरिंग की. इस दौरान आदिवासी छात्रवास को बम से उड़ा दिया गया. घटना के बाद एक पुलिसकर्मी ने टुंडी थाना में कांड संख्या-61/09 दर्ज कराया. यह मामला एसटी केस नंबर 405/10 से संबंधित है.
अग्रिम जमानत अर्जी खारिज
अलकतरा घोटाले में आरोपी सहायक अभियंता दिल बहार राम की ओर से दायर अग्रिम जमानत अर्जी पर अपर जिला व सत्र न्यायाधीश प्रथम उमाशंकर प्रसाद सिंह की अदालत में सुनवाई हुई. अदालत ने उभय पक्षों की बहस सुनने के बाद जमानत अर्जी खारिज कर दी. अभियोजन की ओर से सीबीआइ के विशेष लोक अभियोजक मुकेश कुमार सिन्हा ने जमानत का जोरदार विरोध किया. आरोपी पर वर्ष 2009 में हुए लाखों रुपये के अलकतरा घोटाले का आरोप है. यह मामला आरसी 23/09 (आर) से संबंधित है.
फुल कोर्ट रेफरेंश
धनबाद बार के वरीय अधिवक्ता ठाकुर दास महतो के असामयिक निधन पर बुधवार को प्रधान जिला व सत्र न्यायाधीश सत्येंद्र कुमार सिंह की अदालत में फुल कोर्ट रेफरेंश रखा गया. दिवंगत आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया. पीएसजे श्री सिंह ने कहा कि ठाकुर दास के निधन से धनबाद बार को ही नहीं,बल्कि जुडिशियरी को भी नुकसान हुआ है. ईश्वर उनके परिजनों को इस संकट की घड़ी में संबल प्रदान करे.बार अध्यक्ष कंसारी मंडल ने दिवंगत अधिवक्ता के संबंध में बताया कि वे वर्ष 1977 में धनबाद बार से जुड़े. वे सिविल केस के अच्छे जानकार थे. वे अपने पीछे पत्नी समेत दो पुत्र व एक पुत्री छोड़ गये हैं. स्व.महतो ने छोटानागपुर लॉ कॉलेज रांची से एलएलबी किया था. उनके निधन से बार को काफी क्षति हुई है. मौके पर कुटुंब न्यायाधीश आरएस शुक्ला, एडीजे पांच पीके उपाध्याय, निबंधक संजय कुमार नंबर दो,न्यायिक दंडाधिकारी योगेश कुमार, पीएस घोष, ऋचा श्रीवास्तव, अभिषेक कुमार, वकीलों में बार महासचिव देवीशरण सिन्हा, अहमद हुसैन अंसारी, अयोध्या प्रसाद, एचएन अग्रवाल, दिलीप चटर्जी, सोमनाथ चौधरी, केडी शर्मा, सुबोध कुमार, संजीव सोमानी, मधुसूदन चक्रवर्ती, सुनील सिन्हा, आरएस गोस्वामी, प्रयाग महतो, लोपामुद्रा चक्रवर्ती,सोनम भाई वोरा,अमल महतो, मौसमी दास, राजदेव यादव, सुरेश प्रसाद भारद्वाज, राहुल कुमार, मोहन चंद्र महतो, पंकज कुमार गुप्ता आदि थे.