धनबाद: राज्य में सत्ता परिवर्तन के लगभग तीन माह बाद भी प्रशासनिक एवं पुलिस महकमा में भाजपा नेता-कार्यकर्ता को तरजीह नहीं मिलने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. सत्तारूढ़ दल के निशाने पर मुख्य रूप से पुलिस अधिकारी हैं. पार्टी नेतृत्व ने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री रघुवर दास से की है.
भाजपा के स्थानीय नेता, कार्यकर्ताओं का कहना है कि पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी जनता के जरूरी कार्य में भी बातें नहीं सुनते. खास कर पुलिस अधिकारी तो अब भी जनता को परेशान करने में लगे हैं. कागजात जांच के नाम पर लोगों को टॉर्चर किया जा रहा है. कागजात रहने के बावजूद पैसा नहीं देने पर वाहन सीज कर लिया जा रहा है. जिला भाजपा ने इसकी शिकायत एसपी से भी की है. शनिवार रात धनबाद पहुंचे भाजपा के प्रदेश महामंत्री (संगठन) राजेंद्र सिंह के समक्ष भाजपा के कई नेताओं ने इस मामले को उठाया. कहा कि एसपी से मिलने जब जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में टीम गयी तो पहले दिन एसपी ने समय नहीं दिया. थाना एवं डीएसपी स्तर पर भी छोटी-छोटी शिकायतों पर भी पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती. जब जनता को कोई काम नहीं कर पायेंगे तो फिर सत्ता में रहने का क्या लाभ.
मान-सम्मान की रक्षा होगी: सूत्रों के अनुसार संगठन महामंत्री श्री सिंह ने कहा कार्यकर्ताओं के मान-सम्मान की रक्षा होगी. अधिकारियों को कार्य संस्कृति बदलनी होगी. उन्होंने सीएम को फोन पर पूरे मामले से अवगत कराया. सीएम ने इस मामले में एसपी सहित अन्य पुलिस अधिकारियों को कार्रवाई के लिए निर्देश देने का आश्वासन दिया.