जानकारी के अनुसार पियाली घोष घर में कोई दवा खा रही थी कि अचानक उनका नकली दांत गले में जाकर फंस गया. परिजन सुबह साढ़े दस बजे उन्हें पीएमसीएच लेकर आये. इएनटी के चिकित्सकों ने ऑपरेशन कर दांत निकलवाने की सलाह दी. सुबह ग्यारह बजे ऑपरेशन कर दांत निकाल लिये गये. महिला को वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया.
लेकिन पियाली को होश में नहीं आ रहा था. कुछ देर होश में आने के बाद फिर अचेत अवस्था में चली गयी. गुस्साये परिजनों ने बताया कि नर्स बार-बार कह रही थी, कि पल्स चल रहा है, लेकिन जब परिजनों ने देखा तो पल्स बंद था. महिला मर चुकी थी. परिजनों का आरोप का कि चिकित्सकों ने बेहोशी की दवा काफी दे दी. वहीं नर्स का लापरवाही करती रही. दूसरी ओर, ऑपरेशन करने वाले चिकित्सक डॉ सत्येंद्र कुमार और डॉ एसएन मेहता ने बताया कि ऑपरेशन सफल रहा था. गले से दांत निकाल लिये गये थे. ऑपरेशन के बाद मरीज ठीक थी. लेकिन अंतत: उसे नहीं बचाया जा सका. मौत क्यों हुई इसकी जांच की जा रही है.