27 फरवरी को दोनों ने कोर्ट मैरेज कर लिया. मैरेज के बाद दोनों अपने-अपने घर चले गये. रीतु ने अपने घरवालों को विवाह की बात बतायी. घरवाले तैयार नहीं हुए. यह देख रीतु और सुनील सोमवार को महिला थाना पहुंचे और आवेदन दिया. दिये आवेदन में दोनों ने गृहस्थी बसाने व परिवारवालों को समझाने का आग्रह किया. महिला थानेदार अगुस्टिना लकड़ा ने दोनों के परिजनों को थाना बुलाया.
लड़की की ओर से काफी संख्या में लोग महिला थाना पहुंचे. वहां लड़के की धुनाई कर दी. काफी समझाने के बाद भी दोनों एक दूसरे से अलग होने को तैयार नहीं हुए. सुनील के पिता ने महिला थाना में यह लिख कर दे दिया कि वे अपनी संपत्ति से सुनील को बेदखल करते हैं. उससे उनका कोई रिश्ता नहीं. लड़की के पिता ने भी लड़की से कोई संबंध नहीं होने की बात कही. दोनों को बांड भरा कर छोड़ दिया गया. दोनों बालिग है. सुनील की जन्म तिथि 19-4 – 1995 है और रीतु की जन्म तिथि 12- 1 1992 है.