धनबाद: भाजपा के विक्षुब्धों ने सांसद पीएन सिंह एवं जिलाध्यक्ष के खिलाफ हस्ताक्षर एवं जन जागरण अभियान चलाने की घोषणा की है. साथ ही धनबाद जिले को सांगठनिक रूप से दो भाग में विभक्त करने के फैसले को लागू करने की मांग की है. मंगलवार को विक्षुब्धों की एक बैठक गोविंदपुर में किशन महाराज की अध्यक्षता में हुई. बैठक में तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष पीएन सिंह की अध्यक्षता में हजारीबाग में प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में धनबाद को संगठनात्मक रूप से दो जिलों में बांटने के फैसले को तत्काल लागू करने की मांग की गयी. सांसद पर ही इस निर्णय को लागू नहीं होने देने का आरोप लगाया गया. 17 अगस्त को प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र राय एवं प्रदेश संगठन प्रभारी रमापति त्रिपाठी से मिलने का समय लिया गया है.
कौन-कौन थे मौजूद : बैठक में प्रदेश कार्यसमिति सदस्य शेखर अग्रवाल, कृष्णा अग्रवाल, अशोक सिन्हा, महादेव मंडल, रामदेव महतो, भृगुनाथ भगत, अमृत कुमार दास, विनोद चौहान, पप्पू सिंह, रंजीत सिंह, पप्पू सोनी, संतोष साव, सपन भगत, राकेश चौधरी, सुदाम चंद्र अड्डी, विपिन लाल, बीजू पटनायक, विपिन बिहारी दां, मनोज जायसवाल, राजेंद्र महतो, विश्वनाथ प्रसाद, अशोक कुमार आदि मौजूद थे.
आंतरिक लोकतंत्र के लिए लड़ेंगे : दूसरी तरफ सोमवार को सांसद पीएन सिंह का पुतला फूंकने वाले कुमार अनिमेश, बंटी वर्णवाल सहित कई ने आज यहां विज्ञप्ति जारी कर दावा किया कि वे लोग भाजपा के समर्पित कार्यकर्ता हैं. जिलाध्यक्ष उन्हें कांग्रेसी कह कर उनकी आवाज नहीं दबा सकते. भाजपा में आंतरिक लोकतंत्र के लिए लड़ते रहेंगे. कहा कि रीता वर्मा के खिलाफ लोस चुनाव में समरेश सिंह के लिए काम करने वाले सुशील सिंह को नगर अध्यक्ष पद से नवाजने वाले सांसद एवं जिलाध्यक्ष नैतिकता की बात नहीं करें.